एक्सपोर्ट में आएगा बूम… कनकपुरा से जुड़ेगा आईसीडी
जयपुरPublished: Sep 24, 2019 08:42:31 pm
राजस्थान से दुनियाभर में होने वाला निर्यात बढऩे की संभावना है। इसके वर्तमान में 50 हजार करोड़ से आगे बढ़ोत्तरी के लिए राज्य सरकार ने कमर कस ली है। राज्य से अपेरल, कृृषि उत्पादों, मिनरल्स, जेम एवं ज्वैलरी, लेदर उत्पादों, टैक्सटाईल आदि क्षेत्रों में निर्यात को और अधिक बढ़ाने की विपुल संभावनाएं है।
राजसिको के प्रबंध संचालक डॉ. कृृष्णाकांत पाठक ने बताया कि राजसिको की ओर से प्रदेश से आयात निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए इनलैंड कंटेनर डिपो और एयर कारगो सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आईसीडी को सांगानेर व कनकपुरा रेल मार्ग से जोडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं।
इन उत्पादों की विपुल संभावना
प्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की आवश्यकता प्रतिपादित की है। उन्होंंने कहा कि राज्य से अपेरल, कृृषि उत्पादों, मिनरल्स, जेम एवं ज्वैलरी, लेदर उत्पादों, टैक्सटाईल आदि क्षेत्रों में निर्यात को और अधिक बढ़ाने की विपुल संभावनाएं है।
अभी हो रहा इतना निर्यात
डॉ. पाठक मंगलवार को होटल हिल्टन में राजसिको और दून लॉजिस्टिक के संयुुक्त तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश से करीब 50 हजार करोड़ रुपये के उत्पादों का निर्यात हो रहा है।
इन सुविधाओं ने बनाया आसान
आयुक्त (कस्टम) सुभाष अग्रवाल ने बताया कि आयात निर्यात को सुगम करने की लिए सरकार की ओर से प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है। कस्टम क्लियरेंस के लिए सिंगल विण्डो ऑनलाइन सिस्टम लागू किया है। उन्होंने बताया कि ई-संचित से अब और अधिक आसानी हो गई है।
उद्यमी भी बनें जागरूक
अग्रवाल ने उद्यमियों से भी अवेयर होने की आवश्यकता प्रतिपादित करते हुए कहा कि प्रपत्र को सही तरीके से तैयार कर अपालोड करने से क्लियरेंस में और अधिक आसानी हो जाती है। उन्होंने कहा कि अब कस्टम प्रक्रिया को बहुत आसान कर दिया गया है।