पुलिस उपायुक्त (उत्तर) राजीव पचार ने बताया कि रामगंज थाना क्षेत्र स्थित मंडी खटीकान में नई पुलिस चौकी का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। सूरजपोल गेट के नजदीक चौकी के लिए भूमि चिन्हित की जा रही है। गलतागेट थाना तहत दिल्ली रोड ईदगाह के सामने चौकी की लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी। जल्द यहां भी चौकी भवन का काम चालू करवाया जाएगा। भट्टा बस्ती के शिवाजी नगर और पानीपेच तिराहा पर पुराने पड़े भवन में पुलिस चौकी शुरू कर दी गई है। पुलिस चौकियों में भी लोगों की सुनवाई हो, इसके चलते फिलहाल क्षेत्र में चल रही 24 चौकियों में 230 पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। वहीं अति. उपायुक्त धर्मेन्द्र सागर ने बताया कि चौकियों में तैनात पुलिसकर्मी कानून व्यवस्था के साथ क्षेत्र में गश्त करने और किसी भी सूचना पर नजदीक होने पर मौके पर पहुंच सकेंगे।
रामनगरिया और मालपुरा गेट में थाना भवन का चयन
राजधानी के पूर्वी क्षेत्र में जगतपुरा स्थित रामनगरिया व सांगानेर स्थित मालपुरा गेट खुलने वाले नए थाना भवन का चयन हो गया था। दोनों जगह भवन किराए पर लिए गए हैं। भवन पर नए थानों के बोर्ड भी लगा दिए गए हैं। उपायुक्त पूर्व राहुल जैन ने बताया कि इसी माह दोनों नए थाने स्टाफ की स्वीकृति मिलते ही चालू कर दिए जाएंगे। थानों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवा दी गई हैं।
राजधानी के पूर्वी क्षेत्र में जगतपुरा स्थित रामनगरिया व सांगानेर स्थित मालपुरा गेट खुलने वाले नए थाना भवन का चयन हो गया था। दोनों जगह भवन किराए पर लिए गए हैं। भवन पर नए थानों के बोर्ड भी लगा दिए गए हैं। उपायुक्त पूर्व राहुल जैन ने बताया कि इसी माह दोनों नए थाने स्टाफ की स्वीकृति मिलते ही चालू कर दिए जाएंगे। थानों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवा दी गई हैं।
यह मिलेगा लाभ
चौकियों में स्टाफ लगाने से क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी रहेगी।
किसी भी घटना की सूचना पर थाने से पुलिस के पहुंचने पर समय लगता था, लेकिन चौकी से स्टाफ पहले पहुंच सकेगा।
नए थानों के निर्माण से लोगों को लंबा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
जिन थानों पर अपराध का बोझ था, उनमें अपराध की संख्या घटने की संभावना है।
पुलिसकर्मियों की अधिकता होने पर कानून व्यवस्था बनाने और अपराध पर नियंत्रण में लाभ मिलेगा।
चौकियों में स्टाफ लगाने से क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी रहेगी।
किसी भी घटना की सूचना पर थाने से पुलिस के पहुंचने पर समय लगता था, लेकिन चौकी से स्टाफ पहले पहुंच सकेगा।
नए थानों के निर्माण से लोगों को लंबा चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
जिन थानों पर अपराध का बोझ था, उनमें अपराध की संख्या घटने की संभावना है।
पुलिसकर्मियों की अधिकता होने पर कानून व्यवस्था बनाने और अपराध पर नियंत्रण में लाभ मिलेगा।