कोरोना में मक्का उत्पादन में नया रिकॉर्ड, औद्योगिक मांग नदारद
जयपुरPublished: May 25, 2020 05:47:01 pm
नई दिल्ली। कोरोना काल ( Corona era ) में मक्के ( maize ) की औद्योगिक मांग ( industrial demand ) नदारद है, जबकि उत्पादन ( Production ) में नया रिकॉर्ड बना है। मक्का ही नहीं, गेहूं ( wheat ), चावल ( rice ) समेत मोटे अनाजों के उत्पादन में भी इस साल नया कीर्तिमान बनने का अनुमान है। ऐसे में एवजी मांग निकलने की भी कोई गुंजाइश ( substitutionary demand ) नहीं है। देश में बिहार एक ऐसा सूबा है, जहां साल के तीनों सीजन खरीफ ( Kharif ), रबी ( rabi ) और जायद ( zayed ) के दौरान मक्के की खेती होती है। लेकिन प्र
कोरोना में मक्का उत्पादन में नया रिकॉर्ड, औद्योगिक मांग नदारद
बिहार के पूर्णिया जिला स्थित गुलाबबाग कृषि उपज मंडी देश में मक्के के कारोबार के लिए पूरे देश में चर्चित है, जहां से ट्रक व रेल रूट से देश के दूसरे राज्यों में मक्के की सप्लाई होती है।
गुलाबबाग मंडी के एक कारोबारी ने बताया पिछले साल की तरह इस साल मक्के की मांग नहीं है, इसलिए दाम 1150 से 1200 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है। उन्होंने बताया कि जब रेक लोडिंग होती है, तो दाम थोड़ा ऊंचा हो जाता है। मक्के के कारोबारी संतोष गुप्ता ने बताया कि पोल्ट्री इंडस्ट्री की मांग नहीं के बराबर है और स्टार्च इंडस्ट्री की मांग भी सुस्त है। उन्होंने कहा कि मांग की तुलना में इस साल आपूर्ति ज्यादा है, जबकि पिछले साल देश में कैटल फीड, पोल्ट्री फीड उद्योग की मांग तेज होने के कारण विदेशों से मक्के का आयात करने की नौबत आ गई।
लेकिन इस बार जहां पशुचारा उद्योग, खासतौर पोल्ट्री फीड इंडस्ट्री में मक्के की खपत मांग तकरीबन शून्य हो गई है, क्योंकि कोरोना की सबसे बड़ी मार पोल्ट्री उद्योग पर पड़ी है, जहां अंडे और मुर्गे की कीमत उनकी लागत से कम हो गई है। बिहार के सिवान जिला स्थित भगवानपुर हाट के पोल्ट्री कारोबारी दूधकिशोर सिंह ने बताया कि इस समय एक अंडा पर लागत जहां 3.20 रुपए है, वहां उसकी कीमत तीन रुपए। ऐसे में 20 पैसे नुकसान पर अंडा बेचना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि कई सारे पोल्ट्री फॉर्म बंद हो गए हैं।
केंद्र सरकार ने फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई से जून) के खरीफ सीजन के मक्के के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1760 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। बिहार में इस साल यानी 2019-20 में 35 लाख टन मक्के का उत्पादन होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल से करीब 10 फीसदी अधिक है। वहीं, तीसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार देश में 2019-20 में मक्के का रिकॉर्ड 289.8 लाख टन उत्पादन होने की उम्मीद है।