ले रहे मेट्रो स्टेशन के साथ सेल्फी
लोग अपने दोस्तों, फैमिली और अपने फेवरेट एक्टर के साथ सेल्फी लेना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन अब उनकी सेल्फी में एक ओर नया मेंबर जुड़ गया। जिसके साथ वो सेल्फी क्लिक करवाना ज्यादा पसंद कर रहे। वे अब जयपुर के मेट्रो स्टेशन के साथ सेल्फी क्लिक करके सोशल मिडिया या अपने करीबी फे्रंड्स को शेयर कर रहे हैं। इन मेट्रो स्टेशन के खास होने की वजह उनकी दिवारों पर बनी राजस्थानी कल्चर को प्रेजेंट करती चित्रकारी हैं। जो लोगों को अपनी ओर खीची ला रही हैं।
लोग अपने दोस्तों, फैमिली और अपने फेवरेट एक्टर के साथ सेल्फी लेना ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन अब उनकी सेल्फी में एक ओर नया मेंबर जुड़ गया। जिसके साथ वो सेल्फी क्लिक करवाना ज्यादा पसंद कर रहे। वे अब जयपुर के मेट्रो स्टेशन के साथ सेल्फी क्लिक करके सोशल मिडिया या अपने करीबी फे्रंड्स को शेयर कर रहे हैं। इन मेट्रो स्टेशन के खास होने की वजह उनकी दिवारों पर बनी राजस्थानी कल्चर को प्रेजेंट करती चित्रकारी हैं। जो लोगों को अपनी ओर खीची ला रही हैं।
कहीं घोड़े कहीं ऊंट
यहां बने हुए घोड़े, हाथी, ऊंट सहित कुएं से पानी लाती महिलाओं की चित्रकारी बन रही आकर्षण का केंद्र हैं। जो लोगों को अपनी ओर अट्रेक्ट कर रहे हैं। इन कलाकृतियों में राजस्थान की एक बहुत ही सुदंर छलक दिखाई देते हैं। जब भी इन चित्रकारी पर किसी की नजर पड़ती है तो वो इन चित्रकारी को एक टक देखने बिना नहीं रोक पाता है। इन चित्रों को देखकर आंखों को सुकूम और मन को शंति मिलती हैं। अब ये मेट्रो स्टेशन नार्मल न होकर एक विजिट प्लेस बन गए हैं। जहां यंगस्टर्स अपने फ्रेंड्स के टाइम बीताते हैं।
यहां बने हुए घोड़े, हाथी, ऊंट सहित कुएं से पानी लाती महिलाओं की चित्रकारी बन रही आकर्षण का केंद्र हैं। जो लोगों को अपनी ओर अट्रेक्ट कर रहे हैं। इन कलाकृतियों में राजस्थान की एक बहुत ही सुदंर छलक दिखाई देते हैं। जब भी इन चित्रकारी पर किसी की नजर पड़ती है तो वो इन चित्रकारी को एक टक देखने बिना नहीं रोक पाता है। इन चित्रों को देखकर आंखों को सुकूम और मन को शंति मिलती हैं। अब ये मेट्रो स्टेशन नार्मल न होकर एक विजिट प्लेस बन गए हैं। जहां यंगस्टर्स अपने फ्रेंड्स के टाइम बीताते हैं।
दिख रहा राजस्थानी संस्कृति का संगम
बदलते दौर के साथ हम मॉर्डन तो होते जा रहे हैं, लेकिन इस वजह से हम अपनी संस्कृति से भी दूर हो जा रहे हैं,लेकिन मेट्रो स्टेशन की चित्रकारी ने हमें अपनी संस्कृति के आस ले आए वो भी मार्डनाइजेशन के साथ। स्टेशन पर बनी इन चित्रकारी को देख ऐसा लगता कि दादा-दादी द्वारा उनके समय की बताई गई बातें सच में इन चित्रकारी के माध्यम से आखों के समाने आ रही हैं। इन चित्रों के देख कर ऐसा लगता है कि यह बात कुछ दिनों पहले की हो।
बदलते दौर के साथ हम मॉर्डन तो होते जा रहे हैं, लेकिन इस वजह से हम अपनी संस्कृति से भी दूर हो जा रहे हैं,लेकिन मेट्रो स्टेशन की चित्रकारी ने हमें अपनी संस्कृति के आस ले आए वो भी मार्डनाइजेशन के साथ। स्टेशन पर बनी इन चित्रकारी को देख ऐसा लगता कि दादा-दादी द्वारा उनके समय की बताई गई बातें सच में इन चित्रकारी के माध्यम से आखों के समाने आ रही हैं। इन चित्रों के देख कर ऐसा लगता है कि यह बात कुछ दिनों पहले की हो।
कई स्थानों पर बनाई हैं पेंटिंग
क्षेत्र में बने सभी मेट्रो स्टेशन पर पेटिंग्स बनी है। जो सभी को अपनी ओर आर्किशत कर रहे हैं। कोई भी इनके साथ अपनी फोटोज क्लिक करवाए बिना नहीं जाता। लोगों का कहना है कि मेट्रों स्टेशन की दिवारों पर बनी से कलाकृतियां काफी इम्प्रेसिव है इस चित्रकारी को देखकर ऐसा लगता है कि हम सच में उस जगह पर है, जिस दर्शय की आकृति बनी है।
क्षेत्र में बने सभी मेट्रो स्टेशन पर पेटिंग्स बनी है। जो सभी को अपनी ओर आर्किशत कर रहे हैं। कोई भी इनके साथ अपनी फोटोज क्लिक करवाए बिना नहीं जाता। लोगों का कहना है कि मेट्रों स्टेशन की दिवारों पर बनी से कलाकृतियां काफी इम्प्रेसिव है इस चित्रकारी को देखकर ऐसा लगता है कि हम सच में उस जगह पर है, जिस दर्शय की आकृति बनी है।