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जयपुर

नए स्टूडेंट्स ने जाना कॉलेज कल्चर

नए स्टूडेंट्स ने जाना कॉलेज कल्चर

जयपुरSep 16, 2021 / 10:07 pm

Rakhi Hajela

नए स्टूडेंट्स ने जाना कॉलेज कल्चर

नए स्टूडेंट्स ने जाना कॉलेज कल्चर


जयपुर।
मानसरोवर स्थित पोद्दार इंटरनेशनल कॉलेज में सत्र 2021-22 की शुरुआत के अवसर पर ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया जिसमे ंस्टूडेंट्स को कॉलेज के कल्चर की जानकारी दी गई। इस दौरान सीनियर्स ने भी फ्रेशर्स के लिए वेलकम डांस और भविष्य की चुनौतियों पर नाटक प्रस्तुत किया। मैनेजमेंट ने उनका परिचय फैकल्टी मेंबर्स से करवाया। इस मौके पर कॉलेज के चेयरमैन डॉ. आनन्द पोद्दार ने स्टूडेंट्स को पहले दिन से ही पूरी एनर्जी के साथ अपने लक्ष्य के लिए जुट जाने को कहा। उन्होंने स्टूडेंट्स से सभी क्लासेज में एक्टिव पार्टिसिपेशन करने की अपील की। उन्होंने कहा कि कॉलेज की ओर से स्टूडेंट्स को प्रत्येक स्तर पर एक बेहतर प्लेटफॉर्म मुहैया करवाया जाएगा।
हिंदी को शुद्ध रूप से अपनाए जाने के लिए किया प्रेरित

जयपुर। हिंदी दिवस के अवसर पर कानोडिया पी जी महिला महाविद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से चल रहे तीन दिन दिवसीय हिंदी दिवस समारोह का शनिवार को समापन हुआ। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. रेखा गुप्ता,सहायक आचार्य डॉ. शीताभ शर्मा और डॉ. धर्मा यादव के संयोजन में राष्ट्रीय स्तरीय ई प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, राष्ट्रीय संस्कृति और मानवता का गौरव हिंदी विषय पर व्याख्यान और सामाजिक सुधार से संबंधित विषय पर लघु कथा लेखन प्रतियोगिताएं करवाई गईं। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.सीमा अग्रवाल ने हिंदी को रोमन लिपि में लिखे जाने की निंदा करते हुए हिंदी को अधिकाधिक शुद्ध रूप में अपनाने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। विभागाध्यक्ष डॉ. रेखा गुप्ता ने व्याख्यान में हिंदी की दशा और दिशा पर विचार व्यक्त किए। व्याख्यान के मुख्य वक्ता डॉ. संदीप अवस्थी ने कहा कि भूमंडलीकरण के दौर ने हिंदी भाषा और साहित्य के विस्तार के साथ ही इसके स्वरूप को भी बिगाड़ दिया। हिंदी को राष्ट्र में स्थापित करने के लिए हमें सच्चे मन से प्रयत्न करने होंगे। व्याख्यान के अंत में छात्राओं ने भाषा एवं साहित्य से जुड़े कई प्रश्न भी पूछे गए साथ ही प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। अंत में डॉ. शीताभ शर्मा ने अपनी कविता हिंदी को भूले तो अभिव्यक्ति मूक बन गई के साथ सभी का धन्यवाद दिया।
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