पुलिस ने बताया कि पीडि़त को कुछ दिन पहले कोटा में पिन्टू नाम का व्यक्ति मिला था। उसने कहा कि वह शादियां करवाता है। पीडि़त उसके झांसे में आ गया। इसके बाद पिन्टू ने पीडि़त से कहा कि शादी के लिए लडक़ी के घरवालों को 2.50 लाख रुपए और जेवरात देने होंगे। बीती 24 जनवरी को पिन्टू उसे जयपुर में संजय के पास लेकर आ गया। यहां पर संजय ने सिंधी कैंप स्थित एक होटल में आकर रुकी लडक़ी और उसके भाई से मिलवाया। संजय ने लडक़ी के घरवालोंं को 2.20 लाख रुपए देने के लिए अपने पास रख लिए।
पिन्टू, संजय और लडक़ी के परिजनों ने पूजा नाम की लडक़ी से कोर्ट में शादी करवा दी। शादी के बाद वह पत्नी पूजा के साथ प्रताप नगर में मामाजी के मकान पर रुक गया। वहां पर चंद्र प्रकाश की मां ने सोने का हार, टॉप्स, पाजेब, ङाूमकी, अंगूठी, मोबाइल और तीस हजार रुपए नकद पूजा को दिए थे। इसी बीच वह 15 जनवरी को सुबह मौका देखकर घर से भाग गई।
वहीं दूसरी ओर जयपुर में ही विधायकपुरी निवासी एक महिला दो दिन में दो बार ठगी की शिकार हो गई। वहीं सिरसी रोड निवासी एक महिला फेसबुक पर दोस्त के झांसे में आकर रुपए गंवा बैठी। दोनों ही मामले में पुलिस आयुक्तालय के विशेष अपराध एव सायबर थाने में दर्ज हुए हैं। पुलिस ने बताया कि हथरोई निवासी सेवानिवृत्त शिक्षिका उमा निगम के साथ ठगी की वारदात हुई है। उनके भाई गोपालबाड़ी निवासी जितेन्द्र निगम रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के अनुसार 15 जनवरी को पेटीएम कस्टमर केयर से फोन आया और उसने केवायसी अपडेट करने को कहा। उसने मोबाइल फोन पर क्विक सपोर्ट स्टार्ट एप डाउनलोड करवाया और चार बार में बैंक खाते से लगभग 80 हजार रुपए निकाल लिए। अगले ही दिन फिर एक नंबर से फोन आया उसने खुद को एसबीआई क्रेडिट कार्ड का प्रतिनिधि बताते हुए रुपए वापस दिलाने क झांसा दिया।