हनमनथप्पा की हालत नाजुक, कई अंग निष्क्रिय होने का डर
Published: Feb 11, 2016 10:09:00 am
लांस नायक हनमनथप्पा का इलाज कर रहे डॉक्टर बोले – दिमाग तक नहीं पहुंच रही है ऑक्सीजन, उनके जीवन के लिए अगले 24 घंटे अहम
नई दिल्ली। लांस नायक हनमनथप्पा का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा है कि अगले 24 घंटे उनकी जिंदगी के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं। उनके दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रही है जिससे उनके शरीर के कई अंगों के निष्क्रिय होने का खतरा बना हुआ है। डॉक्टरों के अनुसार यदि अगले 24 घंटों में उनकी हालत में सुधार होता है तो उनके सुरक्षित रहने की उम्मीद बढ़ जाएगी।
दुआओं का दौर जारी
जहां देश के डॉक्टर लांस नायक हनमनथप्पा के इलाज का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं वही देशवासी भी उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। उनकी सलामनती के लिए देशभर में प्रार्थनाएं तथा दुआएं मांगी गई। मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर के अलावा हरिद्वार, इलाहाबाद, वाराणसी में विशेष प्रार्थना हुई।
अंगदान को तैयार देश
– भायंदर (ठाणे) के नौसेना के पूर्व नाविक एसएस राजू ने अपना कोई भी अंग देने की इच्छा जताई।
– लखीमपुर खीरी (यूपी) की निधि पांडे ने किडनी देने की पेशकश की।
– सीआईएसएफ में हेड कॉन्स्टेबल रहे प्रेम स्वरूप आरआर अस्पताल पहुंचे और किडनी देने की इच्छा जताई।
पहाड़ ही आ गिरा था
3 फरवरी को सियाचिन में पूरा बर्फ का पहाड़ ही टूटकर जवानों पर गिर पड़ा था। इसकी लंबाई करीब 1000 मीटर और चौड़ाई 800 मीटर थी। इसके टूटते ही बर्फीली चट्टानें जवानों पर गिरने लगीं और वे दब गए।
खतरों के खिलाड़ी
हनुमनथप्पा 13 साल की नौकरी में 10 साल खतरनाक पोस्टिंग पॉइंट पर रहे। 2003 से 2006 तक जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन टीम में रहे। फिर 2008 से यहीं 54 राष्ट्रीय राइफल का हिस्सा बने। दो साल बाद अशांत पूर्वोत्तर में पोस्टिंग ली और उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में शामिल रहे। अगस्त 2015 से सियाचिन में तैनात हैं।