राजस्थान में जल्द लागू होगा नया मोटर व्हीकल एक्ट, लोगों को सता रहा भारी जुर्मानों का डर
जानकारी के मुताबिक इन जिलों में मेडिकल कॉलेज के लिए चिकित्सा, चिकित्सा शिक्षा, कृषि, आरएसआरडीसी और वित्त विभाग में तैयारी चल रही है। सबसे पहले इन जिलों में जमीन चिन्हित करने के साथ ही अनुमानित खर्च की केन्द्र को रिपोर्ट भेजी जाएगी। प्रदेश में इस समय सरकारी क्षेत्र में 14 और निजी क्षेत्र में 8 सहित 22 कॉलेज संचालित हैं।
साठ प्रतिशत से कम प्राप्तांक होने पर पर सामान्य श्रेणी में भर्ती की पात्रता नहीं
सरकारी क्षेत्र में कॉलेज जयपुर, अजमेर, बीकानेर, कोटा, जोधपुर, उदयपुर, झालावाड, भीलवाड़ा, भरतपुर, चूरू, बाड़मेर, डूंगरपुर और पाली जिले में हैं। जिनमें एमबीबीएस की 3850 सीटे हैं। प्रदेश के 33 में से 13 जिलों में मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। सीकर जिले में मेडिकल कॉलेज पहले से प्रक्रियाधीन है।
तबादलों पर रोक हटाने की घोषणा के बाद सैकड़ों शिक्षकों को ‘घर वापसी’ का इंतजार
हाल ही में चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि 300 बैड की उपलब्धता वाले जिला अस्पतालों में सरकार मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रयास करेगी। जहां, अस्पताल नहीं है, वहां अस्पताल विकसित किए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज के लिए करीब 12 एकड जमीन की जरूरत होती है।