श्रीगुरुनानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व मनाया
श्रीकरणपुर में सिखों के प्रथम गुरु श्रीगुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से गुरुद्वारा सिंह सभा में कार्यक्रम हुआ। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर इसमें अव्वल रही प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह ने श्रीगुरुनानक देव जी की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने एक ईश्वर की उपासना करने के साथ मेहनत व ईमानदारी से आजीविका कमाने का संदेश दिया। वहीं, मूर्ति पूजा को निरर्थक बताने के साथ जातपात, रूढि़वादी सोच और सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया। उन्होंने नानक फीका बोलिए तन मन फीका होय के माध्यम से मीठी बोली, सकारात्मक सोच, परोपकार, जन सेवा व भक्ति का संदेश दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष संदर्भ व्यक्ति परमवीरसिंह बराड़ ने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है।
श्रीकरणपुर में सिखों के प्रथम गुरु श्रीगुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से गुरुद्वारा सिंह सभा में कार्यक्रम हुआ। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर इसमें अव्वल रही प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह ने श्रीगुरुनानक देव जी की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव जी ने एक ईश्वर की उपासना करने के साथ मेहनत व ईमानदारी से आजीविका कमाने का संदेश दिया। वहीं, मूर्ति पूजा को निरर्थक बताने के साथ जातपात, रूढि़वादी सोच और सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया। उन्होंने नानक फीका बोलिए तन मन फीका होय के माध्यम से मीठी बोली, सकारात्मक सोच, परोपकार, जन सेवा व भक्ति का संदेश दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष संदर्भ व्यक्ति परमवीरसिंह बराड़ ने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव की जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है।