2013 में विधायक के पद पर चुना गया। किरोड़ीलाल मीणा ने पार्टी के आलाकामान के समक्ष मेरे लिए टिकट नहीं देने की बात कही और कहा कि यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वह खुद भी बीजेपी छोड़ देंगे, इसलिए पार्टी ने किरोड़ीलाल का साथ दिया। इन्होने समाज को बेचने का काम किया है, परिवार में तीन टिकट ले लिए। पहले के काम को किरोड़ीलाल भूल गए। मुझे किरोड़ीलाल से माफी मांगने के लिए भी कहा गया। वह उम्र में बड़े हैं लेकिन सोच में छोटे। इच्छा थी उनके खिलाफ चुनाव लडऩे की। अमित शाह के सर्वे में पहले नंबर पर था, प्रदेश के सर्वे में तीन नंबर पर था। बूथ मैनेजमेंट के साथ मेरे काम सराहनीय थे। जनता के लिए नवाचार करने का काम किया है।
डॉ.किरोड़ीलाल मीणा के कहने से मेरा टिकट काटा गया है। मीणा खुद जवाब दे कि दामोदर लाल गुप्ता की 5 बीघा जमीन पर सरकारी हेलीपेड क्यों बना दिया। जयलाल बैरवा की खसरा नं.16 पर जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया। महंत किशोरपुरी की जमीन पर कब्जा, सवाईमाधोपुर सीमेंट फैक्ट्री का मुआवजा क्यों नहीं मिला और न ही यह चालू हो सकी।
मुख्यमंत्री के समक्ष केन्द्र की मजबूरियां हो सकती है। किरोड़ीलाल के आज बोल बदल गए हैं, उन्हें अंदाजा नहीं है। आने वाले चुनाव में जब मीणा समाज उनके विपरित वोट डालेगा, तब सब साफ हो जाएगा। उन्होंने गुंडा राज को बढ़ावा दिया है। किरोड़ीलाल मीणा के आने के बाद दौसा में दो साल में अपराध का ग्राफ बढ़ गया है। मीणा समाज के नेताओं को हमेशा नष्ट और भ्रष्ट करने का काम किया है।
पार्टी अच्छी है, लोग भी अच्छे थे
पार्टी नेतृत्व ने हमेशा कहा था कि मैं महुआ से चुनाव लडऩे की बात कही थी। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पार्टी अच्छी है, लोग अच्छे हैं बहुत पीड़ा हो रही है। गरीब की बद्दूआ किरोड़ी को जरूर लगेगी। कार्यकर्ताओ के सामने संकल्प लिया है कि चुनाव परिणाम तक जूते, चप्पल नहीं पहनूंगा। अपने आप को कष्ट देना है। मुझसे गलती कहां हुई है। किरोड़ीलाल मीणा के कहने पर पार्टी से निकाला गया हूं।