सराफ ने कहा कि कोरोनाकाल में लॉकडाउन के चलते लगभग छह माह तक काम धंधे बंद होने से व्यापारी एवं मजदूर वर्ग सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन हटने के बाद काम धंधों में अभी भी पहले की तरह सामान्य स्थिति नहीं आ पाई है। इस कारण पिछले दस महीनों से छोटे बड़े सभी तरह के उद्यमी, व्यापारी एवं मजदूर वर्ग भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में रात्रि कर्फ्यू से व्यापार पर पड़ते प्रतिकूल प्रभाव ने इन लोगों के संकट को और बढ़ा दिया है। शाम 6 से रात 10 बजे तक दुकानदारी का सबसे अनुकूल समय होता है, क्योंकि लोग अपने ऑफिस या दफ्तर से आकर खरीदारी के लिए बाजार में आते हैं, लेकिन 6 बजे दुकानें बंद होने कारण असुविधा होने से लोग बाजारों में आते ही नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों ने संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए रात्रि कर्फ्यू को पूर्णतया हटा लिया है और कुछ राज्यों ने समय बदल कर रात्रि 11 बजे से सुबह 6 बजे तक कर दिया है, लेकिन जयपुर में कर्फ्यू का समय शाम 7 सुबह 6 बजे होने से व्यापार बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहा है और इससे व्यापारी वर्ग काफी परेशान है। जयपुर व्यापार महासंघ ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर रात्रिकालीन कर्फ्यू हटाने की मांग की है, लेकिन सरकार ने अभी तक उनकी मांग पर कोई निर्णय नहीं किया है। इसलिए सरकार कर्फ्यू का समय रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक करे, जिससे शहर के छोटे-बड़े व्यापारियों, रेहड़ी, पटरी वालों का काम धंधा पटरी पर लौट सके।