उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार पहली बार विदेशी शरणार्थियों को नागरिकता नहीं दे रही, ये प्रक्रिया पहले से चल रही है। यूगांडा और श्रीलंका से आए शरणार्थियों को नागरिता दी गई है, लेकिन आज विपक्ष इस कानून के असली तथ्य छिपाकर गलतफहमी फैला रहा है। सीतारमण ने कहा बीते 6 साल में 2 हजार से भी ज्यादा पाकिस्तानी शरणार्थियों को नागरिता दी जा चुकी है। इनमें ज्यादातर मुस्लिम हैं। वही 900 से ज्यादा अफगानिस्तान और 200 से ज्यादा बाग्लादेश से आए मुस्लिम सहित अन्य लोगों को भी नागरिकता दी जा चुकी है। पिछले 5-6 दशकों से प्रताड़ित लोग भारत आ रहे हैं। उस समय कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में उन्हे नागरिकता देने का वादा किया था। लेकिन पूरा नहीं किया। मगर हमने इस कानून के माध्यम से इन्हें नागरिकता दे रहे है। उन्होंने कहा कि हम विदेश से आने वाले मुस्लिमों को भी नागरिकता दे रहे है।
हिंसा का साथ दे रही है कांग्रेस सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस देशभर में हिंसा का साथ दे रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद कहा कि वह युवाओं के विरोध के साथ हैं।सोनिया गांधी इसका खण्डन करे कि क्या वे हिंसा करने वालों के साथ है। सीमारमण ने कहा कि कांग्रेस अल्पसंख्यको के नाम पर पाखंड कर रही है। आज कांग्रेस टुकडे-टुकडे करने वालों के साथ खडी है। यह वह कांग्रेस नहीं है जो आजादी के समय थी। अब तुष्टिकरण करने वाली कांग्रेस इस देश में काम कर रही है।
गहलोत को केवल अल्पसंख्यक वोटों की चिंता सीतारमण ने गहलोत पर निशाना साधा और कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मुखिया अशोक गहलोत का सीएए पर तो ध्यान है लेकिन अस्पतालों में मर रहे बच्चों की तरफ ध्यान नहीं है। इससे यह प्रतीत होता है कि उन्हें सिर्फ अपने माइनाॅरिटी वोट बैंक की चिंता है। उन्होंने मीडिया का हवाला देते हुए कहा कि मीडिया अशोक गहलोत को याद दिलाए कि पिछली सरकार के दौरान उन्होंने एक पत्र भेजा था और अब क्यों अपने ही पत्र और वादे को भूल रहे है।