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पेट्रोल-डीजल के दामों नहीं कोई बदलाव नहीं

locationजयपुरPublished: Aug 07, 2020 01:15:58 pm

सरकारी तेल कंपनियों (Goverment oil companies) ने शुक्रवार को भी आम लोग को पेट्रोल-डीजल (Petrol Diesel Price) के दामों में बढ़ोतरी नहीं करके राहत दी। पेट्रोल (Petrol Price stable) के भाव 87.60 रुपए व डीजल (Diesel Price) के दाम 82.62 रुपए प्रति लीटर रहे। वैश्विक मांग सुस्त रहने के कारण अंतरराष्ट्रीय ईंधन बाजार में भाव इन दिनों सुस्त पड़े हुए है।

पेट्रोल-डीजल के दामों नहीं कोई बदलाव नहीं

पेट्रोल-डीजल के दामों नहीं कोई बदलाव नहीं

जयपुर। सरकारी तेल कंपनियों ने शुक्रवार को भी आम लोग को पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी नहीं करके राहत दी। पेट्रोल के भाव 87.60 रुपए व डीजल के दाम 82.62 रुपए प्रति लीटर रहे। वैश्विक मांग सुस्त रहने के कारण अंतरराष्ट्रीय ईंधन बाजार में भाव इन दिनों सुस्त पड़े हुए है।
महानगरों में इतनी है कीमत
शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 80.43 रुपए प्रति लीटर है। वहीं, डीजल की कीमत 73.56 रुपए प्रति लीटर है। आईओसीएल की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत क्रमश: 82.05, 87.19 और 83.63 रुपए प्रति लीटर है। डीजल की बात करें, तो इन महानगरों में इसका दाम क्रमश:77.06, 80.11 और 78.86 रुपए है।
प्रति दिन छह बजे बदलती है कीमत
बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोडऩे के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
जानिए आपके शहर में कितना है दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको आरएसपी और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।
ट्रक और छोटे माल ढुलाई वाहनों को मुश्किल
ट्रक और छोटे माल ढुलाई वाहनों के मालिकों का कहना है कि डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण उन्हें परिचालन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ईंधन की कीमतों में हुई भारी वृद्धि से माल ढुलाई की लागत भी निकालना मुश्किल हो गया है। दरअसल, ट्रक परिचालन की लागत प्रति किलोमीटर 65 से 70 फीसदी बढ़ गई है। दूसरी तरफ, मांग में कमी के कारण बड़ी संख्या में ट्रक बिना किसी काम के खड़े हैं।
किसानों की मुश्किलें
अभी धान रोपाई का मौसम है बारिश नहीं होने पर किसान डीजल से पंपिंग सेट चलाते है और बुआई करते हैं। डीजल महंगा होने से किसानों की भी मुश्किलें बढ़ी हैं। मालवाड़ा महंगा होने से सब चीज महंगी हो जाएगा। इससे महंगाई को काबू में रख पाना मुश्किल होगा। माल ढुलाई बढऩे से सामान महंगा होगा।
महंगी हो सकती है कई वस्तुएं
माल ढुलाई बढऩे से फल और सब्जी जैसी जल्दी खराब होने वाली चीजों की कीमत में उछाल आना तय है। वहीं, दैनिक उपयोग के सामान की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है। डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण माल ढुलाई में इजाफे का असर एकसाथ पूरे देश पर दिखाई दे रहा है। इससे एफएमसीजी कंपनियों पर दबाव बन रहा है। फल और सब्जियों की कीमतों में ढुलाई का हिस्सा दूसरी वस्तुओं के मुकाबले ज्यादा होता है। दरअसल, अलग-अलग किसानों के पास कम मात्रा में फल-सब्जी होती हैं। उन्हें अपने उत्पाद मंडी तक पहुंचाने में बड़ी कंपनियों के मुकाबले ज्यादा खर्च करना पड़ता है।
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