पिछले महीने देखा जाए तो सरकारी तेल कंपनियां सिर्फ डीजल का दाम ही बढ़ाया। बीते जुलाई के दौरान 10 किस्तों में जो डीजल के दाम बढ़ाए गए। उससे डीजल 1.60 रुपए प्रति लीटर महंगा हो चुका है। पेट्रोल की बात करें तो इसमें उस महीने इसकी कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई। इसके दाम में अंतिम बार बीते 29 जून को बढ़ोतरी हुई थी, वह भी महज 5 पैसे प्रति लीटर। दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल की कीमत जहां 80.43 रुपए पर तो डीजल 73.56 रुपए पर टिकी रही।
राजस्थान में डीजल पर 15.76 रुपए वैट (राजस्थान सरकार), 31.83 रुपए सेंट्रल एक्साइज (केंद्रीय सरकार) और 1.75 रुपए रोड टैक्स लगता है। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनीत बगई ने कहा कि दिल्ली सरकार की तर्ज पर राजस्थान सरकार भी वैट की दरें घटाती है, तो प्रदेश की जनता को महंगाई से राहत मिलेगी, साथ अन्य राज्यों से हो रही डीजल की तस्करी पर भी लगाम लगेगी। एक तरफ डीजल की बिक्री नहीं हो रही और दूसरी तरफ सरकार लगातार वैट बढ़ाए जा रही है, जबकि दिल्ली ने वैट की दरें घटाकर एक उदाहरण पेश किया है। पड़ोसी राज्यों के मुकाबले राजस्थान में डीजल 10 से 12 रुपए तक महंगा हो चुका है और सीमावर्ती जिलों के पेट्रोल पम्प तो बंद होने की स्थिति में आ गए है।
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको आरएसपी और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।