कलक्ट्रेट में सोमवार को हुई बैठक में कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने जलदाय विभाग के अफसरों से ऐसे चिन्हित इलाकों की सूची भी मांगी, लेकिन उन्होंने वही इलाके गिना दिए जिन पर कलक्टर ने पिछले दिनों आपत्ति जताई थी। इस बीच अवैध तरीके से संचालित बूस्टर जब्त करने के अभियान की गति थमने का कारण पूछा और दोबारा इसे तेज करने के निर्देश दिए। इस दौरान अन्य सरकारी एजेंसियों अफसर भी मौजूद रहे।
30 मिनट से 1 घंटे तक कटौती चाह रहे
डिस्कॉम की आपत्ति और कलक्टर की नसीहत के बाद जलदाय विभाग ने बिजली कटौती वाले इलाकों की सूची में 50 प्रतिशत तक कटौती की थी, लेकिन कलक्टर इससे भी संतुष्ट नहीं है। उनका तर्क है कि इनमें केवल वही इलाके शामिल हों, जहां बेहद गंभीर स्थिति है। विभाग ने शहर में 25 से 30 फीसदी इलाकों में ही कटौती प्रस्तावित की है। इसमें 30 मिनट से 1 घंटे तक विद्युत कटौती की जरूरत जताई गई है।
डिस्कॉम की आपत्ति और कलक्टर की नसीहत के बाद जलदाय विभाग ने बिजली कटौती वाले इलाकों की सूची में 50 प्रतिशत तक कटौती की थी, लेकिन कलक्टर इससे भी संतुष्ट नहीं है। उनका तर्क है कि इनमें केवल वही इलाके शामिल हों, जहां बेहद गंभीर स्थिति है। विभाग ने शहर में 25 से 30 फीसदी इलाकों में ही कटौती प्रस्तावित की है। इसमें 30 मिनट से 1 घंटे तक विद्युत कटौती की जरूरत जताई गई है।
लगाई थी रोक 26 अप्रेल को बिजली कटौती की गई, लेकिन जनता से लेकर नेताओं के फोन डिस्कॉम प्रशासन से लेकर कलक्ट्रेट तक खनक गए। दोपहर होते—होते तो मामला इतना तूल पकड़ा कि जिला प्रशासन ने अग्रिम आदेश तक पेयजल सप्लाई के दौरान बिजली कटौती पर रोक लगा दी थी।
नहीं दे सकते कटौती की अनुमति कलक्टर जगरूप सिंह यादव का कहना है कि पेयजल सप्लाई के समय बिजली कटौती करना समाधान नहीं है। मैंने दोबारा इलाके चिन्हित करने के लिए कहा है, जहां सबसे बदतर स्थिति हो। सभी जगह कटौती की अनुमति नहीं दे सकते हैं। पेयजल सप्लाई को लेकर रिपोर्ट ली है।