
अब अंगूठा लगाने की जरूरत नहीं, ओटीपी से मिलेगा गेहूं
जयपुर। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राशन दुकानों पर उपभोक्ताओं को बायोमेट्रिक की जगह ओटीपी के माध्यम से गेहूं का वितरण होगा। राज्य सरकार के फैसले के बाद एक करोड़ उपभोक्ताओं को राहत मिली है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने पीओएस मशीन से संक्रमण फैलने से रोकने के लिए उपभोक्ता के एनएफएसए में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आने की व्यवस्था के आदेश जारी कर दिए है। अब उपभोक्ताओं को 31 मार्च तक राशन लेने के लिए पीओएस मशीन पर अंगूठा नहीं लगाना पड़ेगा। गरीबों को अपने हक का निवाला लेने के लिए 26 हजार राशन की दुकानों पर एक करोड के करीब उपभोक्ताओं को लंबी कतारों में लगकर पीओएस मशीन पर अंगूठा लगाना पड़ रहा था। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने बुधवार को गेहूं के लिए मशीन पर अंगूठा, एक करोड़ उपभोक्ताओं पर संकट शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामला उठाया था। इसके बाद खाद्य विभाग और चिकित्सा विभाग के बीच घूम रहीं फाइल पर निर्णय लिया गया है।
ओटीपी नहीं तो फिर मैनुअल मिलेगा गेहूं
खाद्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया की कोरोना संक्रमण को लेकर पीडीएस की एनएफएसए योजना में पीओएस मशीन से राशन वितरण की वर्तमान व्यवस्था बायोमेट्रिक सत्यापन के स्थान पर ओटीपी से करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए राशन डीलर को पात्र उपभोक्ता के राशनकार्ड नंबर को पीओएस मशीन पर दर्ज करना होगा। लाभार्थी के भामाशाह, जनआधार, आधारडेटा बेस में उपलब्ध मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से ओटीपी नंबर आएगा। लाभार्थी की ओर से डीलर को ओटीपी उपलब्ध कराने के बाद पीओएस मशीन में ओटीपी नंबर दर्ज कर सत्यापन के बाद राशन डीलर की ओर से उपभोक्ता को राशन दिया जाएगा। यदि उपभोक्ता डीलर को तय समय में ओटीपी उपलब्ध नहीं करवा पाता है तो डीलर की ओर से ओटीपी प्राप्त नहीं हुआ, मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं हैं या फिर लाभार्थी के पास मोबाइल नहीं हैं, इन कारणों का हवाला देते हुए मैनुअल रजिस्टर में एंट्री करके गेहूं का वितरण किया जाएगा।
Published on:
18 Mar 2020 06:30 pm
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