केबिनेट सचिव और रेलवे बोर्ड अध्यक्ष के बीच हुई चर्चा के बाद उत्तर-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ने मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को पत्र भेजा है। इसमें राज्य में चल रहे रेलवे के प्रोजेक्ट के लिए इन जिलों में प्रवासी मजदूर मांगे हैं। यही नहीं बल्कि रेलवे ने एक कदम आगे बढ़ते हुए इन 22 जिलों में जिला प्रशासन से मजदूर लेने के लिए नोडल अधिकारी लगाने को भी कहा है।
5-10 साल तक मिलेगा सतत रोजगार
उत्तर-पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आनंद प्रकाश का पत्र बहुत अहम है क्योंकि रेलवे के प्रोजेक्ट 5-10 साल चलते हैं। इनमें नियोजित होने वाले मजदूरों को लंबे समय तक रोजगार मिलता रहेगा। इससे प्रदेश में एकसाथ बढ़ी बेरोजगारी पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
रेलवे के प्रोजेक्ट्स में ये होते हैं काम
ट्रेक निर्माण, ट्रेक पर गिट्टी डालना, अंडरपास-ओवरब्रिज के लिए मिट्टी खोदना और भरना आदि। ये कार्य 5-10 साल तक चलते हैं।