अभिशाप नहीं, सपना होती है बेटी
भोपालPublished: Jan 24, 2016 01:29:00 am
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं
राष्ट्रीय कार्यक्रम की सालगिरह एवं बालिका दिवस के उपलक्ष में सम्पूर्ण
जनवरी माह में आयोजित होने वाले विधिक साक्षरता शिविरों के क्रम में शनिवार
अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश किशन चंद की अध्यक्षता में विधिक साक्षरता शिविर लगाया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं राष्ट्रीय कार्यक्रम की सालगिरह एवं बालिका दिवस के उपलक्ष में सम्पूर्ण जनवरी माह में आयोजित होने वाले विधिक साक्षरता शिविरों के क्रम में शनिवार अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश किशन चंद की अध्यक्षता में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, में बालिकाओं को विधिक जानकारी प्रदान करने के उद्ेश्य से विधिक साक्षरता शिविर लगाया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव ने बताया कि शिविर में प्रशिक्षु न्यायिक मजिस्ट्रेट आशीष मीणा की ओर से भारत में बालिकाओं के गिरते लिंगानुपात पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम अधिनियम के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान दी गई। उनके पश्चात भंवर भदाला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने बालिकाओं की परिवार में उपयोगिता को सजा नहीं सपना होती है बेटी, गैरों के बीच अपनी होती है बेटींÓ… कविता के माध्यम से समझाया साथ बाल विवाह एवं बालिका शिक्षा के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की।
अध्यक्ष किशन चंद ने बालिकाओं को समानता के अधिकार एवं समाज में बालिकाओं के प्रति फैली कुरीतियों से बचने की अपेक्षा की। अन्त में बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती चारूमित्रा सोनी ने बालिकाओं को दैनिक जीवन में काम आने वाली विधिक जानकारियां दी। संचालन मैना जैन ने किया।