वहीं बस्सी पंचायत समिति में सर्वाधिक 9 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई हैं। झोटवाड़ा और सांगानेर पंचायत समिति में सबसे कम एक-एक ग्राम पंचायत बनाई हैं। जिला प्रशासन की ओर से भेेजे गए संसोधन ड्राफ्ट में आठ पंचायत समितियां भेजी गई थी। लेकिन इनमें से चौमूं और कोटखावदा को शामिल नहीं किया गया है। इधर चौमूं की जनसंख्या तीन लाख से अधिक है।
पंचायत समिति : चाकसू (5) : सिमलावास वाटिका-तिगरिया-सांवलिया-आजमनगर-अनन्दरामपुरा पंचायत समिति : झोटवाड़ा (1) : सबरामपुरा पंचायत समिति : फागी : (4)-कुंडली-थला-हीरापुरा-सुल्तानियां पंचायत समिति : सांगानेर (1) -सिरोली पंचायत समिति : गोविंदगढ़ (4)-निन्दौला-कानपुरा-नृसिंहपुरा-कंवरपुरा
पंचायत समिति : सांभरलेक (2) : काबरों का बास-संडो का बास पंचायत समिति : शाहपुरा (3) मामटोरी कलांनिठारापीपलोद नारायण पंचायत समिति : पाटवा (3) सुजातनगरठीकरियाचौबाला पंचायत समिति : कोटपूतली (6) : खेड़ा निहालपुरा-चुरी-बामणवास-बखराना-पवाना अहीर-खेड़की मुक्कड़
पंचायत समिति : जमवारामगढ (4) : सायपुर-देवीतला-साउंसीरा-रामपुरावास रामगढ़ पंचायत समिति : जालसू (6) : गुढ़ासुर्जन-बुगालिया-गोविंदपुरा-हरदत्तपुरा-उदयपुरिया-भीलपुरा पंचायत समिति : आमेर (2) : घटवाड़ा-देव का हरवाड़ा पंचायत समिति : बस्सी (9) : विजय मुकन्दपुरा-घाटा-सिंदौली-उगावास-खोरी-बराला-खिजूरिया तिवाडिय़ान-किशनपुरा-नगराजपुरा
पंचायत समिति : विराटनगर : (3) : चतरपुरा-गूजरपुरा-किशनपुरा