अब ऑनलाइन बिकेंगे बकरा बकरी
जयपुरPublished: Dec 08, 2019 10:22:45 am
बकरी विपणन के लिए वेबसाइट और मोबाइल एप लॉन्च
जयपुर
प्रदेश में अब बकरा बकरी भी ऑनलाइन बेचे जाएंगे। राजस्थान कृषि प्रतिस्पद्र्धात्मक परियोजना यानि आरएसीपी ने बकरी विपणन के लिए वेबसाइट और मोबाइल एप लॉन्च किया है। जिसके माध्यम से अब बकरा और बकरी की ऑनलाइन बिक्री शुरू होगी। वहीं इस परियोजना के तहत लेडी लिंक वर्कर्स को कृषि अनुसंधान केंद्र में टैबलेट दिए गए हैं। जिसके जरिए वह उनके पास उपलब्ध बकरा व बकरी की जानकारी घर बैठे ऑनलाइन अपलोड कर सकेंगी। इस टैबलेट के माध्यम से लेडी लिंक वर्कर्स अपने मवेशी को बेचने के लिए उसकी फोटो सहित सभी जानकारी इस एप पर अपलोड करेगी जिससे की खरीददार सीधा उनसे मवेशी खरीद सकेगा।
इसलिए किया मोबाइल एप लॉच
कृषि अनुसंधान केंद्र में बकरी विपणन के लिए कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने यह एप और वेबसाइट लॉन्च की। राजस्थान कृषि प्रतिस्पर्धात्मक परियोजना (आरएसीपी) के निदेशक डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि आरएसीपी ने महिलाओं को चार चार बकरियां निशुल्क दी थी। उनमें प्रजनन के बाद उनके कुनबे में बढ़ोतरी होती रहती हैं। ऐसे में लेडी लिंक वर्कस को अब इन्हें बेचने की सुविधा भी दी गई हैं। बकरा या बकरी बिक्री के लिए कहां उपलब्ध है इसकी जानकारी ग्राहक को नहीं होती थी। लेकिन अब यह जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी। इसके अलावा जो भी ग्राहक बकरा या बकरी खरीदना चाहते है वह जानकारी चाहते है कि जिस मवेशी को वह खरीद रहे है उसके कौनसा वैक्सीन लगा हैं। उसे कोई बीमारी तो नहीं है या वह कौनसी जलवायु वातावरण में रहा हैं। साथ ही उसकी उम्र और वजन क्या हैंं। अब यह सब जानकारी ग्राहक को एप के जरिए आसानी से मिल सकेगी। आरएसीपी ने लेडी लिंक वर्कस को जो टैबलेट दिए है उसके माध्यम से यह सब जानकारी वेबसाइट एप पर अपलोड कर सकेंगी। जिसके बाद ग्राहक मवेशी की खासियत और दाम देखकर खरीदने के लिए सीधा संपर्क कर सकेगा। इससे वह महिलाएं मुनाफा कमा कर सशक्त बन सकेंगी। वहीं ग्राहक व विक्रेता के बीच सीधा संपर्क होने से मवेशी का सही दाम मिलेगा और बिचौलियों के चंगुल से मुक्ति मिलेगी।
कौन है लेडी लिंक वर्कस
कृषि विभाग की राजस्थान कृषि प्रतिस्पद्र्धात्मक परियोजना यानि आरएसीपी के तहत प्रदेश के कुछ जिलों में लेडी लिंक वर्कर को तैयार किया गया था। कल्याणकारी योजनाओं की प्रभावी क्रियान्वयन के लिए प्रदेश के 15 से अधिक जिलों में ऐसी महिलाएं जो विधवा है उन्हें आरपीसी के तहत चार चार बकरियां चुनिंदा महिलाओं को निशुल्क दी गई थी। जिससे की उनकी आर्थिक सहायता हो सकें। साथ ही उन्हें इनके पालन पोषण का प्रशिक्षण दिया गया था। जिससे की वह इनका ठीक से पालन पोषण कर सकें।