हाल ही में मतदाता सूचियों में 20 लाख फर्जी मतदाताओं के नाम जोडने और जयपुर के विधाधर नगर में इआरओ नेट में छेडछाड कर गलत तरीके से नाम जोडने का मामला सामने आया था। जिसे निर्वाचन विभाग ने गंभीरता से लिया है। निर्वाचन विभाग की जांच में सामने आया कि इआरओ नेट का पासवर्ड कार्मिकों ने आपसी बातचीत में पता कर लिया और ऐसी हकरत की।
अब सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इआरओ नेट का पासवर्ड हर सप्ताह बदला जाएगा और नेट पर काम कर रहे कार्मिकों के साथ ही ठेके के कार्मिक उपलब्ध कराने वाली फर्म से गोपनीयता का एग्रीमेंट लिखवाया जाएगा। अगर फर्म एग्रीमेंट का उल्लंघन करती है तो उसके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत कडी कार्यवाही की जाएगी। वहीं सभी जिला निर्वाचन कार्यालयों में साइबर एक्सपार्ट की नियुक्ति करने के आदेश भी दिए गए है।