जोधपुर जिले के खींचन गांव में शीतकालीन प्रवास पर प्रतिवर्ष हजारों की तादाद में आने वाले कुरजां पक्षियों के पड़ाव स्थल पर परिन्दों की हिफाजत की कवायद तेज हो गई है।
कुरजां को करंट के मण्डराते साये से बचाने के लिए इनके पड़ाव स्थल से हाइटेंशन व सामान्य विद्युत लाइनों को भूमिगत करने के लिए गुरुवार को क्षेत्रीय वन्यजीव अधिकारी प्रेमचन्द पंवार, क्षेत्रीय वन अधिकारी जेठमालसिंह व डिस्कॉम के कनिष्ठ अभियंता महेश जाटव ने सर्वे किया।
सर्वे में कुरजां के स्वच्छंद विचरण में मुसीबत बनी हुई इन विद्युत लाइनों को भूमिगत करने के लिए कई लाइनों को चिह्नित किया गया। कुरजां के विद्युत लाइनों में करंट की चपेट आकर काल-कवलित होने को लेकर राजस्थान पत्रिका में लगातार समाचार प्रकाशित किए गए, जिस पर हरकत में आए प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की।