मोदी के मंदिर के बाद अब लालू चालीसा
जयपुरPublished: Feb 24, 2020 12:30:50 pm
चारा घोटाला केस में सजा काट रहे हैं लालू यादवसमर्थक ने लिखी चालीसा, अस्पताल के बाहर विमोचन
मोदी के मंदिर के बाद अब लालू चालीसा
अब तक आपने दक्षिण भारत में फिल्मी सितारों के समर्थक या भक्त होने की बात सुनी होगी। ये समर्थक उनके मंदिर बनाते है, तस्वीर का अभिषेक करते हैं। अब राजनीति में भी इस तरह के भक्तों की बयार चलने लगी है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंदिर बनने की खबर सामने आई थी तो अब पूर्व केंद्रीय मंत्री, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद नेता लालू प्रसाद यादव की चालीसा लिखी गई है। उनके एक समर्थक ने इसे लिखा और लोगों में बांटा। इस तमाम कवायद को बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा जा रहा है।
गौरतलब है कि बिहार में अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में सभी दल अभी से ही चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। नीतीश कुमार से अलग होने और पार्टी प्रमुख लालू यादव के जेल जाने के बाद से राष्ट्रीय जनता दल एक बार फिर से पिछड़ता जा रहा है। हालात अगर ऐसे ही बने रहे तो फिर बिहार चुनाव में एनडीए के लिए जीत का रास्ता आसान होगा। ऐसे में राजद ने अभी से चुनाव के लिए माहौल बनाना शुरू कर दिया है।
चारा घोटाला मामले में जेल की सजा काट रहे राजद प्रमुख लालू यादव पिछले काफी समय से बीमार चल रहे हैं, उन्हें किडनी संबंधी कुछ समस्या है, और राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रांची (रिम्स) के पेइंग वार्ड में उनका इलाज चल रहा है। ऐसे में पार्टी समर्थकों और नेताओं ने वहां पहुंचकर लालू चालीसा पुस्तिका का विमोचन किया और वार्ड के बाहर उसका पाठ करते हुए लालू यादव और पूर्व सीएम राबड़ी देवी के समर्थन में नारे भी लगाए। यह पुस्तक लालू प्रसाद यादव के समर्थक अभिषेक सिंह यादव ने लिखी है। पुस्तिका का विमोचन झारखंड राजद प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह और महासचिव विनोद सिंह ने समर्थकों के साथ रिम्स के पेइंग वार्ड के बाहर खड़े होकर किया। इस मौके पर उन्होंने लोगों के बीच लालू चालीसा का वितरण भी किया।
पार्टी नेताओं ने बताया कि यह चालीसा पूरे झारखंड के लोगों के बीच बांटा जाएगा। राजद प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने कहा कि यह पुस्तक लालू यादव के जीवन पर आधारित है, जिस तरह बजरंगबली का नाम लेने से डर भाग जाता है उसी तरह राजनीति में सभी पार्टियां लालू यादव के नाम से घबराती हैं। केंद्र सरकार भी लालू के नाम से भय खाती है। वहीं, राजद महासचिव विनोद कुमार सिंह ने विमोचन के दौरान कहा कि दबे कुचले लोगों को बराबर की स्थान दिलाने वाले लालू प्रसाद यादव से प्रभावित होकर आज हम लोगों ने चालीसा का विमोचन किया है।