scriptअब हर दस मिनट में नहीं, एक घंटे में मिलेगी बसें | Now not every ten minutes, buses will be available in an hour | Patrika News

अब हर दस मिनट में नहीं, एक घंटे में मिलेगी बसें

locationजयपुरPublished: Oct 26, 2019 01:33:06 am

Submitted by:

Ankit

रोडवेज ने बदले अलग-अलग जगहों के शेड्यूल

अब हर दस मिनट में नहीं, एक घंटे में मिलेगी बसें

अब हर दस मिनट में नहीं, एक घंटे में मिलेगी बसें

जयपुर. अगर आप सिंधी कैंप से कोटा जाने चाहते हैं और सुबह जल्दी साढ़े छह बजे की बस पकडऩा चाहते हैं, तो आपको बस नहीं मिलेेगी। आपको बस के लिए इंतजार करना होगा। कारण है कि रोडवेज ने हाल ही बसों के शेड्यूल में कटौती कर दी है। पहले जहां हर 15 मिनट में बसें उपलब्ध थी, अब ४५ से ६० मिनट में बसें मिल रही है। कोटा रूट की बात करें तो दोपहर 12 बजे तक सात बसों का शेड्यूल बंद कर दिया गया है। यह कटौती सिर्फ कोटा रूट पर ही नहीं बल्कि हिंडौन, जोधपुर, अजमेर, करौली, श्रीगंगानगर, बीकानेर सहित कई रूटों पर की गई है। ऐसे में बस यात्रियों को बेबस होना पड़ रहा है। 150 से अधिक शेडï्यूल बंद किए हैं।
रोडवेज का तर्क है कि शेड्यूल ज्यादा होने बसों में यात्रियों की संख्या कम रहती है, इससे नुकसान हो रहा है। त्योहार के समय रोडवेज का यह निर्णय जनता पर भारी पड़ रहा है। सिंधी कैंप पर बसों की कमी हो रही है। लोगों को घर जाने में भी मशक्कत करनी पड़ रही है। जयपुर सहित प्रदेशभर में यह परेशानी आ रही है। दिवाली से पहले रोडवेज के इस फैसले पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दिवाली पर भीड़ होने के कारण यात्री भार 90 फीसदी तक पहुंच जाता है। रोडवेज 60 फीसदी से कम यात्री भार का हवाला देकर बसों को बंद कर रहा है। ऐसे में अब त्यौहार के समय यात्रियों को बसें नहीं मिल रही है।
नुकसान – रोडवेज के निर्णय का प्राइवेट बसों का फायदा

बसों के शेड्यूल बंद करने के रोडवेज के निर्णय का फायदा त्योहारी सीजन में प्राइवेट बस संचालन उठा रहे हैं। निजी बसों ने किराए बढ़ा दिए हैं। रोडवेज के पास बस नहीं होने के कारण यात्री मजबूरन निजी बसों की ओर से रुख कर रहे हैं और ज्यादा किराया देकर घर पहुंच रहे हैं।
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