21 प्रोजेक्ट, 7.6 लाख मकान शामिल जल जीवन मिशन के तहत अगले 6 माह के लिए 21 प्रोजेक्ट को चिन्हित किया है, जिसमें 7.6 लाख घर शामिल हैं। इस वित्तीय वर्ष में दो लाख घरों को पेयजल लाइन से जोड़ने पर काम शुरू होगा। इनमें कई प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं जो अभी संचालित हैं और इन्हें भी जल जीवन मिशन से ही जोड़ा जा रहा है। इसमें 3222 करोड़ लागत के 21 प्रोजेक्ट हैं, जिन पर इस वित्तीय वर्ष में 645 करोड़ रुपए खर्च होंगे
सरकार से चाह रहे छूट केन्द्र सरकार का लगातार दबाव और राज्य सरकार द्वारा समय निर्धारित करने के बाद जलदाय विभाग के अफसर चिंता में है। इसीलिए कई तरह की छूट चाह रहे हैं। इसमें बांध व अन्य जल स्त्रोतों में पानी का आरक्षण बढ़ाने की मंजूरी कैबिनेट की बजाय जलदाय मंत्री या फिर मुख्य सचिव स्तर पर ही मिल जाए। इसके लिए मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों का हवाला भी दिया है। इसके अलावा इस मुहिम से जुड़ी स्वीकृतियां भी मुख्य सचिव स्तर पर हो।
मॉनिटरिंग की 3 कमेटी की रहेगी नजर.. 1. स्टेट वाटर एण्ड सेनिटेशन मिशन : डब्ल्यूएसएसओ के तहत यह कमेटी काम कर रही है। यह नोडल एजेंसी की भूमिका में होगी। राज्यभर में प्रोजेक्ट बनाना, उसकी लागत आकलन से लेकर काम की काम की उपयोगिता की मॉनिटरिंग।
2. डिस्ट्रीक्ट वाटर एण्ड सेनिटेशन मिशन : जिला कलक्टर के नेतृत्व में काम होगा। इसमें जलदाय विभाग के अफसर, संबंधित जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। 3. डिस्ट्रीक्ट वाटर एण्ड सेनिटेशन कमेटी : जिला प्रमुख की अध्यक्षता में कमेटी का संचालन होगा। इसमें शामिल सभी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।