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जयपुर

अब मंदिरों में दान पात्र की राशि की गणना भी करेंगे शिक्षक

कोविड के दौरान कोविड वॉरियर के रूप में काम कर चुके शिक्षक अब मंदिरों में दान पात्र की राशि की भी गणना करेंगे। जी हां, अजमेर के पुष्कर स्थित विश्व विख्यात वन ब्रह्मा मंदिर की दान पात्रों में जमा हुए राशि की गणना के लिए अब शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी।

जयपुरOct 19, 2021 / 01:11 pm

Rakhi Hajela

जयपुर। कोविड के दौरान कोविड वॉरियर के रूप में काम कर चुके शिक्षक अब मंदिरों में दान पात्र की राशि की भी गणना करेंगे। जी हां, अजमेर के पुष्कर स्थित विश्व विख्यात वन ब्रह्मा मंदिर की दान पात्रों में जमा हुए राशि की गणना के लिए अब शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। अजमेर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने एक आदेश जारी कर कहा है कि पीईईओ के क्षेत्र अधीन आने वाले 10 विद्यालयों के दो दो शिक्षकों की ड्यूटी ब्रह्मा मंदिर के अंदर लगाई जाएगी। आदेश में कहा गया है कि यह वे शिक्षक होंगे,जो बीएलओ की ड्यूटी में ना लगे हुए हो। प्रारंभिक शिक्षा के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय ने आदेश में निर्देश दिए हैं कि ये 2 शिक्षक ब्रह्मा मंदिर के दान पात्रों में आई राशि की 18 अक्टूबर से 22 अक्टूबर तक गणना करने में सहयोग करेंगे।

अजमेर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भगवानपुरा, पंचायत समिति पीसांगन, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नांद पंचायत समिति पीसांगन, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बिचौलिसा, पंचायत समिति पीसांगन, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय देवनगर पंचायत समिति पीसांगन, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कानस पंचायत समिति पीसांगन, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय चावंडिया, पीसांगन,राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जसवंतपुरा पंचायत समिति पीसांगन, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मनाहैडा पंचायत समिति पीसांगन और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय तिलोरा पंचायत समिति पीसांगन के शिक्षकों की ड्यूटी ब्रह्मा मंदिर में होने वाली दान राशि की गणना के लिए लगाई गई है।

गौरतलब है कि ऐसा पहली बार नहीं है कि शिक्षकों की ड्यूटी इस प्रकार गैर शैक्षणिक कार्य में लगाई गई हो। शिक्षकों को बतौर बीएलओ तो काम करना ही पड़ता है साथ ही कभी उनकी ड्यूटी जनसंख्या, कभी मतगणना के काम में तो कभी कोविड काल में शिक्षकों की ड्यूटी अस्पतालों में सिलेंडर की व्यवस्था करने और श्मशान घाट में लगाई जा चुकी है।

नहीं लगा सकते गैरशैक्षणिक कार्य में ड्यूटी
गौरतलब है कि शिक्षकों की ड्यूट किसी भी गैर शैक्षणिक कार्य में नही लगाई जा सकती। इस संबंध में समय समय पर कई बार आदेश भी जारी किए गए हैं। गत वर्ष जून में भी सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी किए थे। उस दौरान कई स्थानों पर शिक्षकों की गैर शैक्षिक कार्यों में ड्यूटी लगाए जाने के प्रकरण आए थे।

शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को खुद उन ड्यूटियों को निरस्त करने के निर्देश देने पड़े थे। इसके बाद तत्कालीन मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने इस संबंध में आदेश जारी किए थे। इसके अनुसार शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना वायरस संक्रमण महामारी के संबंध में जारी राजकीय निदेर्शों के अतिरिक्त अन्य गैर.शैक्षणिक कार्यों में नहीं लगायी जाए। उन्होंने इन आदेशों की कठोरता से पालना करने के भी निर्देश दिए हैं।

यह कार्य भी करते हैं शिक्षक
चुनाव कार्य, जनगणना,आर्थिक सर्वे,राशन कार्ड सत्यापन,बीपीएल सर्वे, मिड डे मील वितरण,पोलियो उन्मूलन अभियान ड्यूटी,छात्रवृत्ति वितरण,कोरोना ड्यूटी।

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