वहीं अब अपने हरावल दस्तों को भी अब मैदान में उतार दिया है। विधानसभा में जिस तरह से कांग्रेस सेवादल को 25 सीटों को जिताने का जिम्मा दिया गया था, उसी तर्ज पर पार्टी के हरावल दस्ते एनएसयूआई और युवा कांग्रेस को भी प्रदेश की 17 सीटों को जिताने की जिम्मेदारी दी गई है।
पार्टी नेताओं की माने तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हरावल दस्तों, एनएसयूआई और युवा कांग्रेस से खासी उम्मीदें है, इसके अलावा प्रदेश में भी इस बार 55 लाख नए मतदाता लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदान करेंगे। ऐसे में इन दोनों संगठनों को युवा मतदाताओं को ही अपने पाले में लाने का लक्ष्य दिया गया है। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी की रीति-नीति, कल्चर, और इतिहास के बारे में जानकारी देंगे।
युवा कांग्रेस को इन सीटों की मिली जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर युवा कांग्रेस को जिन 10 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी मिली है, उनमें सीकर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, टोंक सवाई माधोपुर, नागौर, जोधपुर, कोटा-बूंदी, जालोर-सिरोही और डूंगर-बांसवाड़ा है। इन सीटों पर प्रदेश युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ ही युवा कांग्रेस की केंद्रीय ईकाई के पदाधिकारियों की भी टीमें बनाकर प्रभार सौंपा गया है। बता दें कि हाल ही में एनएसयूआई को भी अलवर, पाली, जोधपुर, चित्तौड़, गांगानगर अजमेर लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई थी।