दरअसल, कोरोना संकट के चलते उच्च शिक्षण संस्थान लंबे समय तक बंद रहने से विद्यार्थियों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ा। हालांकि सरकार के निर्देश पर लॉकडाउन की अवधि में ऑनलाइन के जरिए पढ़ाई करवाने की कोशिश की गई। एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता रमेश कुमार भाटी ने बताया कि उच्च शिक्षण संस्थानों में यह कोशिश ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पाई। क्योंकि काफी छात्र ग्रामीण परिवेश से हैं। उनके पास आईटी की इतनी सुविधा नहीं है।
ऐसे में सरकार विद्यार्थियों को स्थाई रूप से अगली कक्षा में प्रमोट करे ताकि विद्यार्थी परीक्षा करवाए जाने के असमंजस से दूर होकर निश्चिंत होकर अपनी अगली कक्षा की पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दे सकें। एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यू पूनिया ने बताया कि कोरोना महामारी किस प्रकोप में छात्रों का एग्जाम करवाना संभव नहीं है। अन्य कई राज्यों में छात्रों को प्रमोट किया जा रहा है। राजस्थान में भी ऐसा ही किया जाना चाहिए। प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआई के धर्मवीर चौधरी, विजय मीणा, दुष्यंत चुंडावत, समीर खान, अशोक, राहुल मीणा समेत अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए।