भारतीय वन सेवा के अधिकारी जिग्नेश शर्मा के नॉन-आइडेंटिकल ट्विन (non-identical twin) 23 जनवरी को अपनी मां के साथ परीक्षा देने जयपुर पहुंचे थे। शर्मा ने कहा, आवेदन पत्र भरते समय, मेरे प्रत्येक बेटे ने अपने जुड़वां होने की घोषणा की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एनटीए (National Testing Agency) हेल्पलाइन पर किए गए कॉल अनुत्तरित रहे। फार्म भरते समय पूरा विवरण दिया गया था, जिसमें कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा के रोल नंबर भी शामिल थे और निर्धारित शुल्क जमा करने के बाद फॉर्म नंबर की पुष्टि भी उन्हें मिली थी।
वर्तमान में बांसवाड़ा में डीएफओ के रूप में तैनात शर्मा ने बताया कि ईमेल 23 जनवरी को रात 8.30 बजे पहुंचे, जिसमें बच्चों को सूचित किया गया कि उनके एडमिट कार्ड ‘संदिग्ध क्रेडेंशियल’ के कारण रोक लिए गए हैं। उन्हें स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था, हमने ईमेल द्वारा तुरंत सहायक दस्तावेजों के साथ भेज दिया। मैंने इस पर कई बार ट्वीट भी किया और एनटीए को टैग किया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। हम सदमे में हैं।