scriptNurses Day: मरीजों की सेवा पहला धर्म, फिर लावारिस शवों के सारथी, 6 हजार दिवंगतों की अस्थियां कीं विसर्जित | Nurses Day 2020 : JK Lon Hospital Nurse Neeraj Tamboliya Social Work | Patrika News

Nurses Day: मरीजों की सेवा पहला धर्म, फिर लावारिस शवों के सारथी, 6 हजार दिवंगतों की अस्थियां कीं विसर्जित

locationजयपुरPublished: May 12, 2020 08:21:32 pm

Submitted by:

abdul bari

अपने सुख चैन को त्याग कर दूसरों की सेवा करने वाले नर्सेज के जज्बे को आज अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस ( International Nurses Day 2020 ) के मौके पर दुनियाभर में सलाम किया जा रहा है। इसी मौके पर हम आपको मिलवाते हैं जयपुर के जेके लोन अस्पताल ( JK Loan Hospital Jaipur ) में कार्यरत एक मेल से…

Nurses Day: मरीजों की सेवा पहला धर्म, मौका पाकर लावारिस लाशों को मोक्ष दिलाने के लिए बन जाते हैं सारथी

Nurses Day: मरीजों की सेवा पहला धर्म, मौका पाकर लावारिस लाशों को मोक्ष दिलाने के लिए बन जाते हैं सारथी,Nurses Day: मरीजों की सेवा पहला धर्म, मौका पाकर लावारिस लाशों को मोक्ष दिलाने के लिए बन जाते हैं सारथी,Nurses Day: मरीजों की सेवा पहला धर्म, मौका पाकर लावारिस लाशों को मोक्ष दिलाने के लिए बन जाते हैं सारथी

जयपुर
अपने सुख चैन को त्याग कर दूसरों की सेवा करने वाले नर्सेज के जज्बे को आज अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस ( International Nurses Day 2020 ) के मौके पर दुनियाभर में सलाम किया जा रहा है। इसी मौके पर हम आपको मिलवाते हैं जयपुर के जेके लोन अस्पताल ( JK Loan Hospital Jaipur ) में कार्यरत एक मेल से जिन्होंने सेवा के माध्यम से मरीजों का दिल तो जीता ही है, साथ ही समाजसेवा के क्षेत्र में भी ऐसा अद्भुत काम कर रहे हैं जिसका उदाहरण मिल पाना मुश्किल है। इस शख्सियत का नाम है नीरज तंबोलिया जो शहर के जेके लोन अस्पताल में वरिष्ठ नर्सिंग इंचार्ज के पद पर कार्यरत हैं।

6 हजार दिवंगत आत्माओं की अस्थियां कीं विसर्जित

मरीजों की सेवा का धर्म निभाने के अलावा नीरज साल 2011 से आदर्श नगर जयपुर मोक्षधाम में गरीब, असहाय और लावारिस मृतकों की अंतयेष्टि में सहयोग करते आए हैं। वह अब तक करीब 6 हजार दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए उनकी अस्थियां संग्रहित कर पुष्प कलश बनाकर पूरे विधि-विधान और पूजा-अर्चना के साथ पवित्र गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए समय-समय पर हरिद्वार जाते हैं।
डॉक्टर के पॉजीटिव की खबर पाकर तुरंत दौड़ पड़े

नीरज तंबोलिया इनदिनों कोरोना वारियर्स ( Corona Warriors ) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। खास बात ये है कि वह अस्पताल में पूरी ड्यूटी देने के बाद कोरोना संक्रमण ( coronavirus ) को रोकने के लिए सेनेटाइजशन का काम करते हैं। पिछले दिनों जेके लोन अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर की Covid-19 की रिपोर्ट पॉजिटिव आने की सूचना मिलते ही तंबोलिया डॉक्टर के निवास स्थान धर्मशाला पहुंचे और डॉक्टर को एंबुलेंस से एसएमएस अस्पताल पहुंचाया और उसी समय धर्मशाला में ठहरे हुए जेके लोन अस्पताल के सभी मेडिकल स्टाफ के कमरों समेत पूरी धर्मशाला में सेनेटाइज किया। इस दौरान उन्होंने मेडिकल स्टाफ का साहस और मनोबल बढ़ाते हुए” कोरौना से डरना नहीं बीमार से लड़ना नहीं” कोरोना हारेगा भारत जीतेगा का संदेश दिया।

ड्यूटी टाइम के अतिरिक्त किया सैनिटाइजेशन का कार्य

पूर्व में भी अस्पताल के आई एल आई में पॉजिटिव केस आने की सूचना प्राप्त होते ही उन्होंने तत्काल सैनिटाइज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अशोक गुप्ता के निर्देश पर तंबोलिया ने ड्यूटी टाइम के अतिरिक्त संस्था की सभी इकाइयों प्रशासनिक ब्लॉक एवं परिसर में सोडियम हाइपोक्लोराइट से सैनिटाइजेशन का कार्य किया।

6 लोगों से देहदान के लिए तैयार कर चुके

तंबोलिया कभी राह चलते हादसे का शिकार हुए लोगों की मदद में जुट जाते हैं तो कभी बेजुबान पशु पक्षियों के चुग्गे और मदद के लिए हाजिर हो जाते हैं। इसके अलावा देहदान के लिए भी लोगों को प्रेरित करते हैं। वह अब तक अपनी कोशिशों के बूते 6 लोगों से देहदान के फार्म भरवा चुके हैं।
-24-14.jpg
ड्यूटी के अलावा नीरज तंबोलिया समाजसेवा और लोगों को बीमारियों के प्रति जागरूक करने के लिए भी समय निकाल ही लेते हैं। तंबोलिया अनेक सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों में बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ा चुके हैं। ढ़ेरों सामाजिक संस्थाओं और सरकारी स्तर पर सम्मानित किए जा चुके हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो