राज्य में बाड़मेर, भीलवाड़ा, चूरू, सीकर के नए मेडिकल कॉलेजों के लिए सरकार ने अब तक कोई भर्ती नहीं निकाली, जबकि श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़, सिरोही और धौलपुर के मेडिकल कॉलेज में आगामी सत्र से शिक्षण कार्य शुरू करने के निर्देश मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने हाल ही में दिए हैं। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मल्टीस्पेशियलिटी सेंटर बना है, स्टेट कैंसर अस्पताल का परिसर भी अलग बना। इन सभी परिसरों में स्टाफ के लिए कोई नई नियुक्ति नहीं की गई है।
राज्य के सबसे बड़े कोविड डेडिकेटेड अस्पताल आरयूएचस में 2013 में 25 नर्सेज की भर्ती निकाली गई थी। उसके बाद 2017 में यह भर्ती निकाली, लेकिन वो भर्ती वापस ले ली गई। यहां आज भी नर्सेज के 250 पद खाली है। यही नहीं पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती भी नहीं की गई है। अभी एसएमएस का स्टाफ ही यहां पर काम कर रहा है।
नर्सेज भर्ती 2018 के बाद कोई भर्ती नहीं निकाली गई है। वित्त विभाग पदों की बढ़ोतरी करेगा तो वेकेंसी भी निकलेगी। पदों का एनालिसिस कर लेंगे। जितने भी रिक्त होते हैं, नियुक्तियां की जाएंगी।
मुकुल शर्मा, अतिरिक्त निदेशक अराजपत्रित, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
मनोज दुब्बी, प्रदेश संयोजक, नर्सिंग भर्ती 2018 संघर्ष समिति