scriptUnemployed Nurses: बेरोजगार हो रहे नर्सेज, 2018 के बाद नहीं निकाली वेकेंसी | Nurses getting unemployed, vacancies not removed after 2018 | Patrika News

Unemployed Nurses: बेरोजगार हो रहे नर्सेज, 2018 के बाद नहीं निकाली वेकेंसी

locationजयपुरPublished: Sep 23, 2021 06:03:32 pm

Submitted by:

Tasneem Khan

Unemployed Nurses: – चिकित्सा महावि़द्यालय खोले, लेकिन नहीं की भर्ती – 10 हजार पद पड़े हैं रिक्त

Nurses getting unemployed, vacancies not removed after 2018

Nurses getting unemployed, vacancies not removed after 2018

Unemployed Nurses: Jaipur: बेरोजगारों को रोजगार देने का दावा करने वाली राज्य सरकार की नीतियों के चलते नर्सेज मुश्किलों में हैं। राज्य में एक ओर से 10 हजार पद खाली पड़े हैं, वहीं दूसरी ओर यूटीबी नर्सेज को अब पदमुक्त कर बेरोजगार किया जा रहा है। हालत यह है कि चिकित्सा सेवाओं की रीढ़ माने जाने वाले नर्सेज की भर्ती 2018 के बाद नहीं की गई। जबकि नए 4 मेडिकल कॉलेजों को नए सत्र से शुरू किए जाने के निर्देश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री हाल ही दे चुके हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर सिर्फ संख्या के फेर में उलझाकर सरकार नर्सेज व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती से ध्यान हटा रही है। फिलहाल 2018 भर्ती में चयनित 6 हजार सैकंड ग्रेड नर्सेज का पदस्थापन शुरू हो गया है और उनके एवज में यूटीबी नर्सेज को कार्यमुक्त किया जा रहा है। अब यूटीबी नर्सेज के सामने बेरोजगारी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
परिसर बढ़ाए, कर्मचारी नहीं
राज्य में बाड़मेर, भीलवाड़ा, चूरू, सीकर के नए मेडिकल कॉलेजों के लिए सरकार ने अब तक कोई भर्ती नहीं निकाली, जबकि श्रीगंगानगर, चित्तौड़गढ़, सिरोही और धौलपुर के मेडिकल कॉलेज में आगामी सत्र से शिक्षण कार्य शुरू करने के निर्देश मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने हाल ही में दिए हैं। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में मल्टीस्पेशियलिटी सेंटर बना है, स्टेट कैंसर अस्पताल का परिसर भी अलग बना। इन सभी परिसरों में स्टाफ के लिए कोई नई नियुक्ति नहीं की गई है।
आरयूएचएस में भी बाहर का स्टाफ
राज्य के सबसे बड़े कोविड डेडिकेटेड अस्पताल आरयूएचस में 2013 में 25 नर्सेज की भर्ती निकाली गई थी। उसके बाद 2017 में यह भर्ती निकाली, लेकिन वो भर्ती वापस ले ली गई। यहां आज भी नर्सेज के 250 पद खाली है। यही नहीं पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती भी नहीं की गई है। अभी एसएमएस का स्टाफ ही यहां पर काम कर रहा है।
इनका कहना है
नर्सेज भर्ती 2018 के बाद कोई भर्ती नहीं निकाली गई है। वित्त विभाग पदों की बढ़ोतरी करेगा तो वेकेंसी भी निकलेगी। पदों का एनालिसिस कर लेंगे। जितने भी रिक्त होते हैं, नियुक्तियां की जाएंगी।
मुकुल शर्मा, अतिरिक्त निदेशक अराजपत्रित, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
संविदा पर कार्यरत सभी नर्सेज भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। यूटीबी तो अब बेरोजगार हो रहे हैं। बुधवार को ही एक हटाया गया है। अभी नर्सेज के दस हजार पद राज्य में रिक्त हैं ।
मनोज दुब्बी, प्रदेश संयोजक, नर्सिंग भर्ती 2018 संघर्ष समिति
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो