scriptहे भगवान ! राजस्थान में मरीज खा रहे हैं नकली दवाएं | Oh God In Rajasthan, patients are eating fake drugs | Patrika News

हे भगवान ! राजस्थान में मरीज खा रहे हैं नकली दवाएं

locationजयपुरPublished: Jul 08, 2018 09:30:13 am

Submitted by:

PUNEET SHARMA

हे भगवान ! राजस्थान में मरीज खा रहे हैं नकली दवाएं

dangerous disease in mp : ended medicines

dangerous disease in mp : ended medicines

हे भगवान ! राजस्थान में मरीज खा रहे हैं नकली दवाएं
जयपुर
प्रदेश में मरीजों का इलाज नकली और अवमानक दवाओं से नहीं हो इसकी जिम्मेदारी औषधि नियंत्रक और ड्रग टेस्टिंग लैब की है। लेकिन प्रदेश के मरीजों के इस विश्वास को तोडते हुए ड्रग टेस्टिंग लैब के एनालिस्टों ने नई नजीर ही पेश कर दी है। एनालिस्टों की कारगुजारी का आलम यह रहा कि वर्ष 2015 से लेकर इस महीने तक लैब में तैनात एलालिस्ट 1800 से ज्यादा दवाओं के सैंपल की जांच में किसी नतीजे पर ही नहीं पहुंच सके कि दवा का सैंपल नकली है या फिर अवमानक।
उधर जांच रिपोर्ट नहीं मिलने पर औषधि नियंत्रक संगठन ऐसी दवाओं की बाजार में बिक्री पर रोक नहीं लगा सका और मरीज करोडों रुपए की नकली और अवमानक जीवन रक्षक दवाएं लेने को मजबूर हो गए। तीन साल से दवाओं की जांच में किसी नतीजे पर नहीं पहुंचने पर इन एनालिस्ट की कार्यशैली पर संगठन के अफसर ही सवाल उठा रहे है।
1800 से ज्यादा सैंपल की जांच रिपोर्ट आई ही नहीं
औषधि नियंत्रण संगठन के अफसरों की माने तो सेठी कॉलोनी स्थित ड्रग टेस्टिंग लैब प्रदेश की एकमात्र ड्रग टेस्टिंग लैब है जहां दवाओं के सैंपलों की जांच होती है। लेकिन बीते तीन साल का रिकार्ड देखें तो बीते तीन साल में करीब 15 हजार से ज्यादा दवाओं के सैंपल जांच के लिए ड्रग टेस्टिंग लैब में भेजे गए। इनमें से दवाओं के आठ हजार सैंपल जांच में सही माने गए। लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि 1800 से ज्यादा दवाओं के सैंपलों की जांच रिपोर्ट तो आज तक जारी ही नहीं की गई या ड्रग टेस्टिंग लैब ने अपनी कोई राय नहीं दी।
जांच रिपोर्ट आती तो बिक्री पर लगती रोक
औषधि नियंत्रण संगठन के अधिकारियों के अनुसार जैसे ही जांच में किसी दवा के सैंपल की जांच रिपोर्ट आती है तो रिपोर्ट के आधार पर तत्काल दवा के संबधित बैच के स्टॉक की बिक्री पर रोक लगा दी जाती है। लेकिन इन 1800 सैंपल की कोई जांच रिपोर्ट आज तक नहीं आई तो औषधि नियंत्रण संगठन भी इनकी बिक्री पर कोई रोक नहीं लगा सका और करोडों रुपए की नकली या अवमानक दवाएं मरीजों के शरीर में पहुंच गई।
6 हजार सैंपल की जांच आज भी पेडिंग
जहां 1800 से ज्यादा सैंपल की जांच रिपोर्ट आज तक आई ही नहीं वहीं 2015 से लेकर आज तक ड्रग टेस्टिंग लैब में 6 हजार से ज्यादा सैंपल जांच के लिए पेडिंग है। ऐसे में जब तक जांच नहीं हो तब औषधि नियंत्रक किसी दवा की बिक्री पर रोक भी नहीं लगा सकता है। ऐसे में इस स्थिति में भी करोडों रुपए की नकली और अवमानक दवाएं मरीजों के शरीर में पहुंच रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो