उसकी कोरोनो रिपोर्ट तो नेगेटिव थी लेकिन वह गुर्दे संबधी अन्य गंभीर बीमारियों से परेशान था। फिलहाल परिजनों को अस्पताल प्रशासन ने सूचना दे दी है। अस्पताल स्टाफ ने बताया कि आरयूएचएस से शिफ्ट करने के कुछ देर बाद ही मरीज की मौत हो गई थी। हांलाकि उनको फिर भी एसएमएस अस्पताल रेफर किया गया था। आरयूएचएस प्रबंधन ने बताया कि बुजुर्ग झोटवाड़ा निवासी था और उसको शस्त्री नगर स्थित कांवटिया अस्पताल भर्ती कराया गया था सात जुलाई को ही।
लेकिन उसके बाद वहां से आरयूएचएस रेफर कर दिया गयां। आज सवेरे बुजुर्ग ने दूसरी मंजिल पर बने टॉयलेट से छलांग लगाकर जान दे दी। पुलिस या अस्पताल प्रबंधन को किसी तरह का सुसाइड़ नोट नहीं मिला है। वे ये नहीं समझ पा रहे हैं कि नेगेटिव आने के बाद भी बुजुर्ग ने खुद की जान क्यों ले ली…?