जांच में दौरान खंडार का रास्ता निवासी दीपा देवी (45) से पूछताछ की तो उसने हत्या करना स्वीकार किया। एसीपी ने बताया कि मृतका करीब 28 साल से यहां किराए के मकान में रहती थी और ब्याज पर रुपए देने का काम करती थी। मंगलवार को दीपा ने उससे 5 हजार रुपए उधार मांगे थे। लेकिन वृद्धा ने देने से इनकार कर दिया। रात करीब 9 बजे वह किसी बहाने वृद्धा को साथ लेकर पास की दुकान में चली गई। वहां उसने वृद्धा का मुंह दबाकर हत्या कर दी और उसकी सोने की दो चूडिय़ां व कानों के बुंदे निकाल लिए। शव को दुकान में ही रखे एक तख्ते के नीचे छुपा दिया और अलसुबह वापस दुकान आकर शव को बाहर निकाल के सडक़ पर छोड़ दिया।
ऐसे सुलझी गुत्थी
पुलिस ने बताया, वृद्धा के चेहरे पर लालमिर्च पाउडर लगा मिला व पैरों में रगडक़ के निशान थे। ऐसे में जिस दुकान के बाहर शव मिला, उसके दुकानदार मोहन को बुलाकर पूछताछ की तो उसने बताया, वह चाट-पपड़ी बनाता है। दुकान सफाई के लिए उसने दीपा को काम पर रखा हुआ है व दुकान की चाबी उसके पास रहती है। पुलिस पूछताछ में दीपा ने हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस आभूषणों के बारे में भी पूछताछ कर रही है।
पुलिस ने बताया, वृद्धा के चेहरे पर लालमिर्च पाउडर लगा मिला व पैरों में रगडक़ के निशान थे। ऐसे में जिस दुकान के बाहर शव मिला, उसके दुकानदार मोहन को बुलाकर पूछताछ की तो उसने बताया, वह चाट-पपड़ी बनाता है। दुकान सफाई के लिए उसने दीपा को काम पर रखा हुआ है व दुकान की चाबी उसके पास रहती है। पुलिस पूछताछ में दीपा ने हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस आभूषणों के बारे में भी पूछताछ कर रही है।