दुनिया के सबसे बूढ़े कछुए का नहीं होगा आंखों का ऑपरेशन
जयपुरPublished: May 07, 2018 03:31:50 pm
186 साल का दुनिया का सबसे बूढ़ा जिंदा कछुआ है जॉनाथन, डॉक्टरों का कहना, ऑपरेशन करना खतरनाक
दुनिया के सबसे बूढ़े जिंदा स्थलीय प्राणी जॉनाथन के लिए एक बुरी खबर है। आंखों की रोशनी खो चुका 186 साल का जॉनाथन अब कभी फिर से नहीं देख पाएगा। दरअसल पशु चिकित्सकों की एक टीम ने यह फैसला किया है कि बूढ़े जॉनाथन की आंखों का ऑपरेशन उसकी जिंदगी दांव पर लगा सकता है। साउथ अटलांटिक के सेंट हेलेना में रहने वाला जॉनाथन कुछ सूंघ भी नहीं सकता। वह जब 50 साल का था तो 1882 में सेशेल्स से उसे यहां लाया गया था। जानवरों के संरक्षण के लिए काम करने वाले विंबलडन के लॉर्ड अहमद के मुताबिक, सेंट हेलेना का सबसे लोकप्रिय निवासी जॉनाथन की देखभाल आईलेंड के पशुचिकित्सकों द्वारा की जा रही है, जो पूरी शिद्दत के साथ उसकी सेहत को दुरूस्त बनाए रखने में जुटे हैं। बहुत ज्यादा सोचने-समझने के बाद ही डॉक्टरों ने अब फैसला किया है कि जॉनाथन के मोतियाबंद का ऑपरेशन करना खासा जोखिम भरा है। अहमद का यह भी कहना है कि जॉनाथन काफी एक्टिव है। वह सेंट हेेलेना के गर्वनर के घर में बने ग्राउंड में मजे से चक्कर काटता रहता है। गौरतलब है कि 2005 में ऑस्ट्रेलिया में 175 साल के कछुए हैरिएट की मौत के बाद जॉनाथन को दुनिया का सबसे बूढ़ा स्थलीय प्राणी घोषित किया गया था। उसे यह नाम सेंट हेलेना का गर्वनर सर स्पेंसर डेविस ने 1930 में दिया था। जॉनाथन अब तक 28 गर्वनर देख चुका है, 51 ब्रिटिश प्रधानमंत्री उसके जीते-जी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह आठवें ब्रिटिश सम्राट प्रिंस जॉर्ज से लेकर एलिजाबेथ द्वितीय तक की ताजपोशी देख चुका है। वैसे 1991 में जॉनाथन के पशु चिकित्सकों ने यह फैसला किया था कि उसे एक ‘गर्लफ्रेंड’ की जरूरत है तो उसे एक साथी फ्रेडरिका दिया गया। इसके तीन दशक बाद पशु चिकित्सा फ्रेडरिका के कवच में हुई एक गांठ को सही कर रहे थे तो पता चला है कि फ्रेडरिका तो एक नर है। इसके बाद पशु चिकित्सकों ने उसका नाम फ्रेडरिक कर दिया गया।