scriptआंवला नवमी पर महिलाओं ने पेड़ की परिक्रमा कर बांधा रक्षासूत्र | On Amla Navami, the women revolved around the tree | Patrika News

आंवला नवमी पर महिलाओं ने पेड़ की परिक्रमा कर बांधा रक्षासूत्र

locationजयपुरPublished: Nov 23, 2020 01:57:56 pm

Submitted by:

SAVITA VYAS

महिलाओं ने की सुख-समृद्धि और संतान की दीर्घायु की मंगल कामना

आंवला नवमी पर महिलाओं ने पेड़ की परिक्रमा कर बांधा रक्षासूत्र

आंवला नवमी पर महिलाओं ने पेड़ की परिक्रमा कर बांधा रक्षासूत्र

जयपुर। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी पर आज आंवला नवमी मनाई जा रही है। महिलाओं ने आंवले के पेड़ सहित भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की। महिलाओं ने सुबह स्नान करके आंवले के पेड़ के आस-पास का क्षेत्र साफ कर पेड़ के तने को जल चढ़ाया। इसके बाद कच्चा दूध, हल्दी व रोली लगाई। तने में कच्चा सूत और मोली बांधकर आठ परिक्रमा करते हुए पेड़ पर लपेटा और कथा सुनी। परिवार और संतान की सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिरों में भी महिलाओं ने सोशल डिस्टेंस के साथ सामूहिक आंवला पूजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया और भगवान को आंवले अर्पित किए। इस दौरान सुबह से दान-पुण्य का दौर भी जारी रहा।
आंवला नवमी का विशेष महत्व

ज्योतिषविदों के मुताबिक इस दिन आंवले की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इसे आंवला नवमी कहा गया। देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु को आंवला बहुत प्रिय था। शास्त्रों के मुताबिक नवमी से लेकर पूर्णिमा तक भगवान विष्णु का आंवले के पेड़ पर वास रहता है। इस दौरान पूजा-अर्चना करने से अक्षय पुण्य का फ ल मिलता है। कई जगहों पर आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन भी इस दिन किया जाता है। शनि ग्रह शांति के लिए ब्राह्मणों, गरीबों को दूध और चावल खिलाएं। सर्दी के कपड़े वितरित करें।
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