आंवला नवमी का विशेष महत्व ज्योतिषविदों के मुताबिक इस दिन आंवले की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इसे आंवला नवमी कहा गया। देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु को आंवला बहुत प्रिय था। शास्त्रों के मुताबिक नवमी से लेकर पूर्णिमा तक भगवान विष्णु का आंवले के पेड़ पर वास रहता है। इस दौरान पूजा-अर्चना करने से अक्षय पुण्य का फ ल मिलता है। कई जगहों पर आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन भी इस दिन किया जाता है। शनि ग्रह शांति के लिए ब्राह्मणों, गरीबों को दूध और चावल खिलाएं। सर्दी के कपड़े वितरित करें।