गोविन्द देव जी मंदिर के परिसर में पाव धरने की भी जगह नहीं है। चांदी की टकसाल से बड़ी चोप्पड़ सहित सभी रास्ते भक्तो की गाड़ी से भरे है। गोविन्द देव जी के मुख्य गेट से मंदिर तक लम्बी लाइन लगी हुई है। हजारो की तादात में भक्त लाइन में लगे दर्शन के लिए इंतज़ार कर रहे है।
गोविन्द देव जी मंदिर के परिसर में पाव धरने की भी जगह नहीं है। चांदी की टकसाल से बड़ी चोप्पड़ सहित सभी रास्ते भक्तो की गाड़ी से भरे है। गोविन्द देव जी के मुख्य गेट से मंदिर तक लम्बी लाइन लगी हुई है। हजारो की तादात में भक्त लाइन में लगे दर्शन के लिए इंतज़ार कर रहे है।