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भर्ती प्रक्रिया समय पर, हर महीने सीएम कर रहे है समीक्षा

locationजयपुरPublished: Feb 28, 2020 11:56:27 pm

Submitted by:

Prakash Kumawat

जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि राज्य सरकार सभी विभागों में भर्ती प्रक्रिया को समय पर पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री खुद प्रत्येक महीने नियमित रुप से भर्तियों की प्रगति की समीक्षा कर रहे है। इस कारण परीक्षा परिणाम जल्दी जारी हो रहे हैं, परिणाम आने के बाद नियुक्ति देने की समयावधि को न्यूनतम किया जा रहा है। राज्य सरकार निकट भविष्य में, कम से कम प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती, कलैण्डर के आधार पर समयबद्ध तरीके करने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।

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भर्ती प्रक्रिया समय पर, हर महीने सीएम कर रहे है समीक्षा


जयपुर

जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला ने शुक्रवार को विधानसभा में बताया कि राज्य सरकार सभी विभागों में भर्ती प्रक्रिया को समय पर पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री खुद प्रत्येक महीने नियमित रुप से भर्तियों की प्रगति की समीक्षा कर रहे है। इस कारण परीक्षा परिणाम जल्दी जारी हो रहे हैं, परिणाम आने के बाद नियुक्ति देने की समयावधि को न्यूनतम किया जा रहा है। राज्य सरकार निकट भविष्य में, कम से कम प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती, कलैण्डर के आधार पर समयबद्ध तरीके करने के लिए पूरी तरह प्रयासरत है।
विधानसभा में जिला प्रशासन, प्रशासनिक सेवाएं तथा पेंशन एवं अन्य सेवा निवृत्ति लाभ की अनुदान मांगों पर हुई बहस के जवाब में मंत्री कल्ला ने सदन को आश्वास्त किया कि जनप्रतिनिधियों से दुरव्यवहार के मामले आएंगे तो हम कार्रवाई करेंगे। सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछडा वर्ग, अति पिछडा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग आदि सभी वर्गों को कानून प्रदत्त आरक्षण के अधिकार की पालना करवा रही है। आरक्षित वर्गों का बैकलॉग बहुत कम है। गत 24 फरवरी को एक परिपत्र जारी कर बैकलॉग दूर करने के निर्देश दिए गए हैं। मृतक आश्रितों को शीघ्र अनुकम्पात्मक नियुक्ति देने के लिए जहां पर भी पद खाली हो, वहां अनुकम्पात्मक नियुक्ति देने के लिए नियमों पर पुनर्विचार किया जा रहा है।
मंत्री कल्ला ने कहा कि आरएएस सेवाओं में टीएसपी क्षेत्र के निवासियों के लिए पृथक आरक्षण संभव नहीं है। क्योंकि अधीनस्थ सेवाओं और राज्य प्रशासनिक सेवाओं की प्रकृति, भूमिका और उत्तरदायित्व बहुत भिन्न होते हैं तथा राज्य सेवा के अधिकारियों को एक क्षेत्र विशेष तक सीमित किया जाना संभव नहीं है। इसलिए प्रशासनिक सेवाओं में टीएसपी क्षेत्र के निवासियों के लिए पृथक से आरक्षण नहीं किया गया है और न ही अलग कैडर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने अशोक गहलोत ने इस सरकार के प्रथम बजट (2019-20) में ही राज्य सेवाओं के सेवारत अधिकारियों के प्रशिक्षण (सेवाकाल में प्रशिक्षण) की घोषणा की थी, जिसका क्रियान्वयन भी प्रारम्भ हो गया है तथा हरिश चन्द्र माथुर लोक प्रशिक्षण संस्थान, ओटीएस-रीपा ने राज्य सेवा के अधिकारियों के लिए मध्यावधि प्रशिक्षण कार्यक्रम भी प्रारम्भ कर दिए हैं। कमियों को दूर करने के संबंध में सदस्यों की ओर से आए सभी सुझावों को सकारात्मक रूप से लिया जाएगा।

डॉ. कल्ला ने बताया कि पेंशन प्रकरणों की मासिक मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही मोबाइल एप के माध्यम से भी प्रकरणों को ऑनलाइन मॉनिटर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पेंशनर्स को 20 हजार रूपए तक दवा पुनर्भरण किया जाता है। इससे आगे 50 हजार रूपए तक जिला कलक्टर एवं 2 लाख रूपए तक राज्य स्तर से स्वीकृति दी जाती है।
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