ना मुनाफा मिला और ना ही जमा करवाई रकम-
पुलिस ने बताया कि सुनीता ने आरोप लगाया कि 10 माह बीत जाने के बाद भी उनको निवेश की गई ना तो रकम लौटाई गई, नाहीं कोई मुनाफा दिया गया। तब सुनीता ने गणपति प्लाजा में रुट टू राइट कंपनी के ऑफिस पहुंचकर पदाधिकारियों से पैसे मांगे तो उन्होंने दिसंबर 2019 में पैसों के बारे में संपर्क करने को कहा। इसके बाद 15 दिसंबर 2019 को आरोपी संजीव विश्नोई ने परिवादिया सुनीता से संपर्क कर कहा कि अगले एक महीने में तुम्हारे पैसे नकद लौटा दूंगा या बैंक में ट्रांसफर कर दूंगा। पैसा नहीं लौटाने पर 7 फरवरी 2020 को जालूपुरा थाने में कोर्ट इस्तगासे के जरिए एफआईआर दर्ज करवाई गई। जिसमें अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के डायरेक्टर राजीव आचार्य को कल गिरफ्तार कर लिया। करीब तीन महीने पहले पुलिस ने आरोपी वीरेंद्र मोहन अग्रवाल (44) निवासी सदर, झुंझुनूं और हनुमानगढ़ टाउन निवासी जसवीर सिंह बरार (37) को भी गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने बताया कि सुनीता ने आरोप लगाया कि 10 माह बीत जाने के बाद भी उनको निवेश की गई ना तो रकम लौटाई गई, नाहीं कोई मुनाफा दिया गया। तब सुनीता ने गणपति प्लाजा में रुट टू राइट कंपनी के ऑफिस पहुंचकर पदाधिकारियों से पैसे मांगे तो उन्होंने दिसंबर 2019 में पैसों के बारे में संपर्क करने को कहा। इसके बाद 15 दिसंबर 2019 को आरोपी संजीव विश्नोई ने परिवादिया सुनीता से संपर्क कर कहा कि अगले एक महीने में तुम्हारे पैसे नकद लौटा दूंगा या बैंक में ट्रांसफर कर दूंगा। पैसा नहीं लौटाने पर 7 फरवरी 2020 को जालूपुरा थाने में कोर्ट इस्तगासे के जरिए एफआईआर दर्ज करवाई गई। जिसमें अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंपनी के डायरेक्टर राजीव आचार्य को कल गिरफ्तार कर लिया। करीब तीन महीने पहले पुलिस ने आरोपी वीरेंद्र मोहन अग्रवाल (44) निवासी सदर, झुंझुनूं और हनुमानगढ़ टाउन निवासी जसवीर सिंह बरार (37) को भी गिरफ्तार किया था।