अस्पताल प्रशासन ने बताया कि अलवर निवासी विकास खत्री और पत्नी सोनिया 16 फरवरी की रात को एक माह का बच्चे को अलवर के सरकारी अस्पताल से यहां रैफर किया गया था। वह डॉ. बीएस शर्मा की यूनिट में उसका इलाज चल रहा था। 19 फरवरी को दौरे की बीमारी की जांच के लिए मीटाजोलाम इंजेक्शन लगाया गया था। इंजेक्शन लगाने के दौरान बच्चे को दौरे आए थे। इस वजह से उसे सांस में परेशानी होने लगी। बच्चे को तुंरत आइसीयू में शिफ्ट किया गया। इसके बाद शुक्रवार को उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचाया।
उधर परिजनों का आरोप है कि बच्चे की जांघ में रेशे हो रहे थे। डॉक्टर ने दवा भी लिख दी थी। 18 फरवरी तक ऑब्जर्वेशन में रखा। उसके बाद कोई दवा नहीं दी। आरोप है जब चिकित्सक ने बच्चे की तबीयत को ठीक बताया तो उसकी मौत कैसे हो गई।
परिजनों ने संपर्क पोर्टल पर शिकायत दी थी। इसके बाद तुरंत तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही कार्यवाही की जाएगी।
– डॉ. अशोक गुप्ता, अधीक्षक, जेके लोन अस्पताल