लंबे समय से थी रक्षा क्षेत्र में एफडीआइ बढ़ाने की मांग नई दिल्ली. देश का रक्षा क्षेत्र में यह रिफॉर्म बहुत पहले की कर देना चाहिए था। दरअसल जब 49 फीसदी की एफडीआइ सीमा में कोई भी अच्छी कंपनी भारत आने को तैयार नहीं थी, इसलिए सरकार ने इसमें एफडीआइ की सीमा को बढ़ाकर 74 फीसदी करने की घोषणा की है। दरअसल बीते 72 सालों से देश रक्षा क्षेत्र से जुड़ें उपकरण, हथियार आदि सब बाहर से ही खरीद रहा है। इसे ऐसा कह सकते हैं कि अब कई कंपनियां भारत में आना चाहेगी और इस क्षेत्र में 72 सालों से जो लॉकडाउन लगा हुआ था, वो खत्म हो सकेगा। जहां तक सरकार ने ऑर्डिनेंश फैक्ट्रियों में कॉर्पोरेटाइजेशन की बात कही है वो इसलिए कि ऑर्डिनेंश फैक्ट्रियों को शुरू से ही दूध देने वाली गाय माना जाता रहा है। और सरकार जानती है अगर इसमें भी कॉर्पोरेटाइजेशन की जाए तो रेवन्यु में कई गुना इजाफा देखने को मिल सकता है। इस सेक्टर में प्राइवेट कंपनियों को लाना बहुत जरूरी था, क्योंकि हम अपने यहां तो कुछ कर नहीं पा रहे थे, लेकिन जब देश के बाहर से किसी निजी कंपनी से ही सामान या उपकरण मंगाना है तो क्यों न हम खुद ही निर्माण शुरू कर दें।