आपको बता दें कि बारिश के चलते प्याज की फसल खराब होने, नई फसल में देरी होने और प्याज की आपूर्ति प्रभावित होने से प्याज के दामों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। राजस्थान में अभी नासिक और जोधपुर के भोपालगढ़ से प्याज की आवक हो रही है। राजस्थान में सितंबर महीने में अलवर से प्याज की आवक होना शुरू हो जाती है लेकिन इस बार आवक में देरी होने से प्याज की कमी होने से भाव बढ़ गए हैं। जयपुर स्थित मुहाना मंडी में फल सब्जी थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष राहुल तंवर का कहना है कि प्याज के थोक भाव 50 रुपए तक पहुंच गए हैं। ऐसे में प्याज की आपूर्ति बहाल नहीं होने पर प्याज के दामों में ओर बढ़ोतरी होगी।
स्टाॅक सीमा हाे सकती है तय
आपको बता दें कि देश के कई राज्यों में प्याज के भावों में आई तेजी को देखते हुए केन्द्र सरकार प्याज व्यापारियों के लिए भंडारण की सीमा तय करने पर विचार कर रही है। जानकारों का कहना है कि मानसून की भारी बारिश के चलते प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों से प्याज की आपूर्ति प्रभावित हुई है। कई जगह पर प्याज की फसल बारिश से खराब भी हो गई है।दिल्ली की बात करें तो पिछले सप्ताह यहां प्याज की खुदरा कीमत 57 रुपए किलो तक पहुंच गई। कई स्थानों पर खुदरा कीमत 70 से 80 रुपए तक पहुंच गई है। प्याज की कीमतों में यह उछाल तब है जबकि केन्द्र सरकार प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रही है। ऐसे में अब प्याज के दामों को नियंत्रित करने के लिए व्यापारियों के लिए प्याज की स्टॉक सीमा तय की जा सकती है।
यहां से हाेती है प्याज की आपूर्ति
आपको बता दें कि देश में महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, गुजरात, पूर्वी राजस्थान, पश्चिमी मध्यप्रदेश प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य हैं। इन राज्यों से बारिश के चलते प्याज की आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस वजह से भी प्याज की खुदरा कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है। प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने मोबाइल वैन के जरिए प्याज की बिक्री करके दिल्लीवासियों को कम कीमत पर प्याज उपलब्ध करवाने की तैयारी की है।