शिक्षक व पुलिस भर्ती का इंतजार खत्म, यहां जानें क्या होगाी भर्ती की प्रक्रिया और किस तरह के पूछे जाएंगे सवाल इससे लोगों के साथ-साथ प्रदेश के किसान भी परेशानी में हैं। लासलगांव एग्रीकल्चर प्रॉड्यूस मार्केट कमिटी (एपीएमसी) के थोक प्याज व्यापारियों ने कहा कि मांग और आपूर्ति के बीच बढ़ते फासले की वजह से प्याज के दाम भी बढ़ रहे हैं। एपीएमसी में पिछले 10 दिनों में प्याज की कीमत औसतन 80 प्रतिशत बढ़ गई है।
सोमवार को बाजार खुलने पर इसमें 21.33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। शुक्रवार को प्याज औसतन 2,020 रुपये प्रति क्विंटल था, जो सोमवार को बढक़र 2,451 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। प्याज के थोक मूल्य में बढ़ोतरी का असर कुछ दिनों में खुदरा बिक्री पर भी दिखने लगेगी। नाशिक में खुदरा प्याज 30 रुपये प्रति किलो बिकने लगा है और कुछ दिनों में भाव 35 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है। हालांकि, देश के दूसरे हिस्सों में प्याज 50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकता है।
अब नहीं जाएगी मरीजों की जान, सरकार उठा रही बड़ा कदम- अस्पतालों के हर वार्ड में होगी ये सुविधा मार्च-अप्रैल की फसल है मार्केट में
अभी जो प्याज मार्केट में आ रहा है उसकी खेती मार्च-अप्रैल में हुई थी। गर्मी की फसल वाला प्याज पांच से छह महीने ही सही रह पाता है और किसान बेहतर मूल्य पाने की उम्मीद में प्याज का भंडारण करना पसंद करते हैं। यूं तो बारिश की वजह से प्याज का 20 प्रतिशत स्टॉक बर्बाद हो गया, फिर भी किसानों के पास अब भी पर्याप्त मात्रा में प्याज होगा।
अभी जो प्याज मार्केट में आ रहा है उसकी खेती मार्च-अप्रैल में हुई थी। गर्मी की फसल वाला प्याज पांच से छह महीने ही सही रह पाता है और किसान बेहतर मूल्य पाने की उम्मीद में प्याज का भंडारण करना पसंद करते हैं। यूं तो बारिश की वजह से प्याज का 20 प्रतिशत स्टॉक बर्बाद हो गया, फिर भी किसानों के पास अब भी पर्याप्त मात्रा में प्याज होगा।