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Online classes guideline || अब आधा घंटे ही होगी ऑनलाइन पढ़ाई

locationजयपुरPublished: Jul 15, 2020 04:14:55 pm

Submitted by:

Rakhi Hajela

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइनगाइडलाइन प्राज्ञाता के जरिए पढ़ाई का स्क्रीन टाइम किया निर्धारित

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कोविड १९ के कारण बच्चों की ऑनलाइन क्लास ले रहे स्कूल अब प्री प्राइमरी के स्टूडेंट्स की प्रतिदिन आधा घंटे से अधिक क्लास नहीं ले सकेंगे। वहीं पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए रोजाना दो सेशन किए जा सकते हैं जिनमें प्रत्येक का स्क्रीन टाइमिंग अधिकतम 45 मिनट का होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज के लिए ‘प्राज्ञाताÓ गाइडलाइन जारी कर दी है।
ये हैं गाइडलाइंस
प्राज्ञाता के मुताबिक एक दिन में सेशन और कुल स्क्रीन टाइम की समय सीमा निर्धारित कर दी गई है। गाइडलाइन में 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए रोजाना अधिकतम चार क्लासेज के लिए सिफारिश की गई है जिनकी स्क्रीन टाइमिंग आधे घंटे से 45 मिनट तक की जा सकती है। मंत्रालय की ओर से यह गाइडलाइन इसलिए जारी की गई है क्योंकि कोविड.19 के कारण बंद होने के बाद स्कूल बिल्कुल नियमित कक्षाओं जितनी लंबी क्लासेज चला रहे थे जिसकी वजह से बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज की टाइमिंग काफी बढ़ गई थी और इसका असर उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा था।
प्राज्ञाता मंत्रालय की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस में कहा गया कि प्री.प्राइमरी कक्षाओं के लिए रोजाना अधिकतम दो सेशन किए जा सकते हैं जिसका स्क्रीन टाइम आधे घंटे से ज्यादा नहीं होना चाहिए। इसी तरह से पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए रोजाना दो सेशन किए जा सकते हैं जिनमें प्रत्येक का स्क्रीन टाइमिंग अधिकतम 45 मिनट का होगा। वहीं 9वीं से 12वीं कक्षा के लिए रोजाना अधिकतम चार क्लासेज के लिए सिफारिश की गई है जिनकी स्क्रीन टाइमिंग आधे घंटे से 45 मिनट तक की जा सकती है।
ऑनलाइन शिक्षा को लेकर सुझाए गए आठ कदम
मंत्रालय की ओर से जारी प्राज्ञाता गाइडलाइन में ऑनलाइन एजुकेशन को लेकर आठ सुझाव भी दिए गए हैं। जिसमें प्लानिंग, रिव्यू, अरेंज, गाइडेंस, बातचीत, कार्य, निगरानी और सराहना शामिल है। इसमें स्कूलों प्रिंसिपल, टीचर्स, पैरेंट्स और स्टूडेंट्स को मूल्यांकन की जरूरत, ऑनलाइन टीचिंग के समय और ऑफलाइन अवधि, समावेश, ऑनलाइन संतुलन, ऑफलाइन गतिविधि आदि को लेकर योजना बनाते समय विभिन्न चिंताओं को ध्यान में रखने की बात कही गई है।
साइबर सुरक्षा पर विशेष ध्यान
मंत्रालय की ओर से जारी किए गए निर्देशों में ऑनलाइन टीचिंग के दौरान शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े पक्षों पर ध्यान देने पर भी जोर दिया गया है। इसमें साइबर सुरक्षा और इसे बनाए रखने के लिए उठाए जाने वाले बिंदुओं पर भी जोर दिया गया है। गौरतलब है कि कोविड.19 के कारण देश भर के स्कूलों में अभी बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जा रहा लेकिन उनकी क्लासेज ऑनलाइन चल रही हैं।
अभिभावकों को भी दिए निर्देश
गाइड लाइन केवल स्कूल और टीचर्स के लिए ही नहीं है इसमें पैरेंट्स को भी शामिल किया गया है। गाइडलाइन के मुताबिक पैरेंट्स को नियमित रूप से स्कूल की टीचर्स से सम्पर्क में रहना होगा। जिससे उन्हें बच्चे की प्रोग्रेस का पता चल सके। इस बात का ध्यान रखना भी आवश्यक होगा कि कहीं बच्चे में डिप्रेशन या एंजाइटी के लक्षण तो नजर नहीं आ रहे। बच्चों को कोविड १९ के दौरान अपनाए जाने वाले सुरक्षा उपायों, हाईजीन, हेल्दी लाइफ स्टाइल के बारे में जानकारी देनी होगी। साथ ही पैरेंट्स को कहा गया है कि वह अपने बच्चों को फिजिकली फिट रखने के लिए उन्हें योग या कोई अन्य फिजिकल एक्टीविटी भी करवाएं।
बच्चों को बताया पढ़ाई के दौरान कैसा रखें पॉश्चर
प्राज्ञाता में स्टूडेंट्स को भी बताया गया है कि जब उनकी ऑनलाइन क्लास चल रही हो तो उन्हें अपना पॉश्चर कैसा रखना है। कम्प्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल की दूरी कितनी होनी चाहिए। जिससे उनकी आंखों पर इसका विपरित असर नहीं पड़े।

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