वर्कशॉप के आरम्भ में एम्ब्रॉयडरी के लिए आवश्यक सामग्रियों एवं उपकरणों जैसे फेब्रिक के प्रकार, एम्ब्रॉयडरी हूप, क्रूअल एम्ब्रॉयडरी निडिल, धागे आदि के बारे में बताया गया। इसके बाद प्रशिक्षक ने एक पेंसिल और स्केल का उपयोग करते हुए फैब्रिक पर रेखाएं बनाना सिखाया। वर्कशॉप का प्रथम दिन टैकिंग स्टिच, बैक-स्टिच, स्टेम स्टिच, चेन स्टिच, स्नैल ट्रेल स्टिच, बटनहोल स्टिच, फैदर स्टिच, लूप स्टिच, हेरिंगबोन स्टिच और शेव्रोन स्टिच जैसे अलग-अलग प्रकार के 10 बेसिक स्टिचिज को समझाने पर केंद्रित था।
वर्कशॉप के दौरानए प्रशिक्षक ने नॉट्स और बिना नॉट्स के एम्ब्रॉयडरी भी सिखाई। उन्होंने यह भी समझाया कि धागा कम पड़ जाने पर कैसे धागे को सफाई से बंद करते हुए काटना चाहिए। उन्होंने दर्शकों को सलाह दी कि वे अपने स्टिचिज को सदैव क्रम में रखे और उन्हें समान आकार एवं दिशा में रखें। धागे को ज्यादा नहीं खींचने, धागे के खिंचाव को बनाए रखने और बेसिक स्टिचिज के सैम्पल बनाने जैसे अन्य टिप्स भी साझा किए। प्रशिक्षक ने अपने कुछ पूर्व छात्रों के एम्ब्रॉयडरी कार्यों को दिखाकर वर्कशॉप का समापन किया।
वर्कशॉप के दूसरे दिन आज शाम 5 बजे जेकेके के फेसबुक पेज पर आयोजित होगा। इस सेशन में दर्शकों को पहले दिन सिखाए गए स्टिचिज के वैरिएशन और कलर कॉम्बिनेशन्स के बारे में सिखाया जाएगा।