सेशन की शुरुआत में गत सेशन को संक्षिप्त में रिवाइज कराया गया। इसमें नृत्य के दौरान हाथों के मूवमेंट्स और हाव-भाव के साथ-साथ घुमाव में सटीकता बनाए रखना शामिल था। नृत्यांगना अनिता ने पैरों के मूवमेंट्स, फुट टेपिंग और पारंपरिक बीट्स के साथ ताल बनाए रखने का भी रिवाइज करवाया। सेशन की शुरुआत में प्रतिभागियों को नृत्य आरंभ करने से पूर्व की जाने वाली हाथ, गले, कमर और पैरों की वॉर्म-अप एक्सरसाइज भी कराई गई।
इसके बाद नृत्यांगना ने ‘ए जी म्हारी रूणक झुणक पायल बाजे’ लोकगीत पर पारंपरिक घूमर नृत्य के आगे के स्टेप्स प्रतिभागियों को सिखाए। इस सेशन का उद्देश्य प्रत्येक वर्ग और आयु के डांसर्स को इस लोक गीत की कोरियोग्राफ भी सिखाना था। गौरतलब है कि जवाहर कला केंद्र में हर साल गर्मियों की छुटिटयों में समर क्लॉसेज का आयोजन किया जाता है, लेकिन इस कारोना वायरस के चलते लॉकडाउन के कारण बच्चों को सोशल मीडिया के जरिए ही घर बैठे विविध कलाओं का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।