ज्यादा सुविधाजनक हो
ऑफर दिए बिना आप कस्टमर्स को ऑनलाइन शॉपिंग की ओर आकर्षित नहीं कर सकते हैं। देखा जाए तो ऑनलाइन खरीददारी के इस माहौल में मार्केट में टिके रहने के लिए आपको बेहतर सुविधाएं देनी होंगी। इसके अलावा आपका ऑनलाइन मार्केटप्लेस ग्राहकों को न केवल विशिष्ट स्टोर से बल्कि विभिन्न डिपॉजिटरी से कई प्रकार के प्रोडक्ट और सर्विस का लाभ देने वाला होना चाहिए। इसलिए आप ज्यादा से ज्यादा आइटम्स को जोडऩे का प्रयास करें। इस तरह जब एक जगह पर कई तरह के प्रोडक्ट का लाभ मिलेगा तो बड़े टारगेट ग्रुप को एंगेज कर सकते हैं।
आकर्षक हो प्रोडक्ट की तस्वीर
हम उसी वस्तु को खरीदने में रुचि लेते हैं जो हमारी आंखों को पसंद आती है। इसलिए ई-कॉमर्स सेक्टर में इस बात का विशेषतौर पर ध्यान रखने की जरूरत है कि आप साइट पर जो भी प्रोडक्ट सेव करवा रहे हैं उनकी पिक्चर आकर्षक हो। इस साइट पर प्रोडक्ट की पिक्चर अपलोड करवाते समय ध्यान रखें कि वह साफ-सुथरी और स्पष्ट हो। तस्वीर अधूरी नहीं होनी चाहिए और वह वास्तविक हो। बनावटी तस्वीरों से कस्टमर्स को एक बार भ्रमित तो किया जा सकता है लेकिन आगे साख खराब होती है।
प्रमोशनल ऑफर एवं कूपन
अ ब ऑनलाइन शॉपिंग में प्रमोशनल ऑफर एवं कूपन्स का भी बहुत ट्रेंड हैं। कंपनियां १०० फीसदी कैसबैक के ऑफर भी देती हैं। इसके अलावा निश्चित राशि की खरीदारी करने पर फ्री शॉपिंग कूपन्स दिए जाते हैं। हालांकि इस तरह की स्कीम ग्राहकों पर ऑनलाइन शॉपिंग पर एंगेज रखने के लिए दी जाती है, ताकि ग्राहक फिर से उन्हीं साइट्स को विजिट करें। आप भी ऑनलाइन मार्केटप्लेस स्थापित करने के लिए कोई ऑफर्स दे सकते हैं।
क्रॉस मार्केटिंग ट्रेंड
रोजाना बिजनेस का प्रमोशन करना आज के समय में बहुत जरूरी हो गया है। देखा जाए तो ऐसा सभी ई-कॉमर्स साइट्स कर रही हैं। इसलिए प्रोफिट को बूस्ट करने के लिए क्रॉस मार्केटिंग पर भी फोकस करना चाहिए। क्रॉस-प्रमोशन या को-मार्केटिंग अन्य बिजनेस के साथ किया जाने वाला टीमवर्क है, जिसमें दोनों कंपनियों को फायदा होता है। जैसे किसी एक कंपनी के कुछ प्रोडक्ट के साथ आप अन्य कंपनी के प्रोडक्ट में डिस्काउंड दे सकते हैं।
कस्टमर सर्विस
ऑनलाइन रिटेल सेक्टर में कस्टमर सर्विस पर फोकस करना बहुत जरूरी है। सेल्स टारगेट को बढ़ाने के लिए अच्छी कस्टमर सर्विस बहुत जरूरी है। इससे कस्टमर्स का संतुष्टि लेवल भी बढ़ता है। इस तरह कस्टमर्स का ब्रांड के प्रति भरोसा भी बढ़ता है और वे ऑर्गेनाइजेशन से लंबे समय तक जुड़े रहते हैं। कई बार लोग साइट को विजिट करने से पहले कस्टमर्स के फीडबैक को चेक करते हैं। इस तरह कस्टमर्स को संतुष्ट करके ही मार्केट में स्थापित हो सकते हैं।