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मूंग,उड़द,सोयाबीन और मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीद के लिए ऑनलाइन पंजीयन आज से

locationजयपुरPublished: Oct 15, 2019 08:48:28 am

Submitted by:

HIMANSHU SHARMA

319 केन्द्रों पर होगी होगी समर्थन मूल्य पर खरीद,लेकिन किसानों को करवाना होगा ऑनलाइन पंजीकरण

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Online registration for purchase of moong, urad, soybean

जयपुर
राजस्थान में समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, सोयाबीन व मूंगफली की खरीद के लिये ऑनलाइन पंजीकरण आज से शुरू होगा। सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना ने बताया कि 319 केन्द्रों पर मूंग, उड़द व सोयाबीन की एक नवम्बर से तथा 7 नवम्बर से मूंगफली खरीद होनी है। मूंग के लिए 150, उड़द के लिए 60, मूंगफली के 72 एवं सोयबीन के लिए 37 खरीद केन्द्र चिह्वित किए गए हैं। जिसमें गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष 19 खरीद केन्द्र अधिक खोले गए है। आंजना ने बताया कि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था ई-मित्र एवं खरीद केन्द्रों पर सुबह 9 बजे से सायं 7 बजे तक की गई है। निर्धारित शुल्क देकर किसान अपना पंजीयन आज से करवा सकता है। सहकारिता मंत्री के अनुसार केन्द्र सरकार को मूंग की 3 लाख मीट्रिक टन, उडद 96 हजार, सोयाबीन 3.54 लाख और मूंगफली 3.07 लाख टन की खरीद के लक्ष्य भेजे गए है। केन्द्र से अनुमति मिलते ही इनकी खरीद शुरू कर दी जाएगी। फिलहाल आज से पंजीकरण शुरू हो गया है। किसानों को फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा नहीं तो पंजीकरण के अभाव में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद संभव नहीं होगी। वहीं मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने सचिवालय में आयोजित दलहन व तिलहन खरीद की राज्य स्तरीय स्टेयरिंग कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मूंग, उड़द, मूंगफली व सोयाबीन की 10.57 लाख टन के खरीद के प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे गए हैं। जिसके तहत किसानों के ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया 15 अक्टूबर से शुरू होगी मूंग, उडद एवं सोयाबीन की 1 नवम्बर से तथा 7 नवम्बर से मूंगफली खरीद प्रस्तावित है। यह खरीद 90 दिन की अवधि के लिए होगी। किसानों को शीघ्र भुगतान हो इसके लिए वेयर हाउस रिसिप्ट तत्काल नैफेड़ को भिजवानें की व्यवस्था की जाएगी।
वहीं अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) निरंजन आर्य ने कहा कि किसानों को समय पर भुगतान हो इसके लिए आवश्यक कार्यशील पूंजी एवं रिवाल्विंग फंड उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे नैफेड़ से राशि प्राप्त नही होने पर किसानों को शीघ्र भुगतान किया जा सके। किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए खरीद केन्द्रों पर आवश्यकतानुसार तौल-कांटें लगाए जाएंगे। इसके साथ ही पर्याप्त मात्रा में बारदाना उपलब्ध करवाया जाएगा।
ऐसे होगा पंजीकरण
राजफैड की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा ने बताया कि पंजीकरण के दौरान भामाशाह कार्ड नम्बर, खसरा गिरदावरी और बैंक पासबुक देनी होगी। भामाशाह कार्ड नहीं होने की स्थिति में ई-मित्र पर तत्काल ही भामाशाह के लिए एनरोलमेंट किया जाएगा और एनरोलमेंट नम्बर से ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी हो सकेगी। जिसे किसान द्वारा बिना गिरदावरी के अपना पंजीयन करवाया जाएगा, उसका पंजीयन समर्थन मूल्य पर खरीद के लिये मान्य नहीं होगा। किसान पंजीयन कराते समय यह सुनिश्चित कर ले कि पंजीकृत मोबाईल नम्बर, आधार कार्ड से लिंक हो तथा प्रचलित बैंक खाता संख्या भामशाह कार्ड से लिंक हो ताकि ऑनलाइन भुगतान के समय किसी प्रकार की परेशानी किसान को नहीं हो।

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