एडीसीपी विमल नेहरा ने बताया कि उसके द्वारा जयपुर में ही एक व्यक्ति से लाइन ली जाकर आगे 13 लोगों को (फंटर) को दी गई। जिनसे आॅनलाइन सट्टा खिलाया जाता था। आरोपी हाइप्रोफाइल लाइफ के साथ महंगी कार भी मेंटेन कर पॉश कॉलोनी में रहता है।
लॉकडाउन के दौरान क्रिकेट व अन्य मैच न होने के कारण उन्होंने वेबसाइट के जरिए सट्टा खिलाना शुरू किया। जिसमें 10 प्रतिशत कमिशन मिलता था। प्रतिदिन 20 से 30 हजार रुपए की कमाई हो जाती थी। सट्टे के कारोबार में जुड़े अन्य लोगों की पुलिस जानकारी जुटा रही है।