जयपुर

12 लाख किराया देकर चला रहे सिर्फ चार बस

तीन बस सचिवालय और एक स्कूल के लिए चलती, फॉलोअप : साहबों पर ऐसी मेहरबानी

जयपुरFeb 23, 2020 / 05:02 pm

Vijay Sharma

12 लाख किराया देकर चला रहे सिर्फ चार बस

जयपुर। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट बस सर्विस लिमिटेड(जेसीटीएसएल) की ओर से सांगानेर डिपो को अफसरों के लिए ही चलाया जा रहा है। कंडम होने के बाद भी बसों को सांगानेर डिपो से संचालित किया जा रहा है। खास बात है कि डिपो से महज चार बसों को ही चलाया जा रहा है। इनमें से एक बस तो स्कूल के लिए चल रही है, शेष तीन बसों को सचिवालय के लिए चलाया जा रहा है। जिस दिन सरकारी छुट्टी होती है, उस का रूट बदल दिया जाता है, या फिर बंद कर दिया जाता है।
डिपो से 3ए, 8 नंबर, 3 नंबर और 6ए नंबर बस चल रही है। इनमें से 3ए स्कूल के लिए चल रही हैं, वहीं 8,3,6ए नंबर की बसें सचिवालय के लिए स्पेशल चलाई जा रही है। तीनों बसों को सुबह-शाम सचिवालय की ओर से निकला जाता है। अवकाश के दिन बसों को या तो बंद कर दिया जाता है या फिर एक ही शिफ्ट में चलाया जा रहा है। ऐसे में जाहिर है कि साहबों पर मेहरबानी के लिए ही चार बसें डिपो से चलाई जा रही हैं। हैरानी की बात है कि इन चार बसों के संचालन के लिए जेसीटीएसएल को सांगानेर डिपो का 12 लाख रुपए किराया देना पड़ रहा है। गौरतलब है कि सांगानेर और विद्याधर नगर डिपो को जेसीटीएसएल किराए पर चला रहा है। इधर टोडी डिपो खुद जेसीटीएसएल की जमीन पर ही संचालित हो रहा है।
कौनसी बस किस रूट पर चलती
8 नंबर : चौमू पुलिया जगतपुरा सचिवालय होते
6ए : जवाहर सर्कल से खिरणी फाटक सचिवालय
3 नंबर : एनआरआई सर्कल से ट्रांसपोर्ट नगर सचिवालय

कर्मचारियों की सैलरी एक करोड़ 10 लाख
सांगानेर डिपो बस कंडम होने के बाद 83 परिचालक और 266 चालक खाली हाथ बैठे हंै। सभी को एक करोड़ 10 लाख रुपए सैलरी भुगतान की जा रही है। खास बात है कि डिपो में बस संचालन ठप पड़ा है। ऐसे में अब कुछ चालकों को रूटों पर बसों की जांच करने के लिए पाबंद किया है। इतना खर्चा करने के बाद भी सड़कों पर जनता बसों के लिए परेशान हो रही है।
समाधान कैसे हो :सांगानेर डिपो को टोडी डिपो से संचालित किया जाए तो प्रबंधन घाटे को कम कर सकता है। इसके अलावा सांगानेर डिपो में चालक-परिचालक खाली बैठे हैं, इनको विद्याधर और टोडी डिपो की बसों को चलवाया जाए।
डिपो से चार ही शेड्यूल चल रहे हैं। तीनों बसों के रूट में सचिवालय शामिल किया गया है। अभी बसें नहीं होने के कारण संचालन बंद है। इलेक्ट्रिक बसें आने के बाद संचालय वापस शुरू होगा। : जोगिंदर सिंह, चीफ मैनेजर सांगानेर डिपो
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.